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तेज हवाओं से बढ़ी ठंड, AQI स्तर में मामूली गिरावट

दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया है. नोएडा का वायु प्रदूषण सूचकांक 325 और ग्रेटर नोएडा का वायु प्रदूषण सूचकांक 322 दर्ज किया गया है.

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दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का ग्राफ बढ़ा.
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Published : Jan 21, 2021, 3:15 PM IST

नोएडा: दिल्ली-एनसीआर में तेज हवाओं के चलने से प्रदूषण स्तर से लोगों को राहत तो मिली, लेकिन स्थिति अब भी खराब श्रेणी में है. पश्चिमी विक्षोभ के चलते ठंड बढ़ी, प्रदूषण छंटा है. नोएडा का वायु प्रदूषण सूचकांक 325 और ग्रेटर नोएडा का वायु प्रदूषण सूचकांक 322 दर्ज़ किया गया है. बढ़ता एक्यूआई लोगों के लिए किसी परेशानी से कम नहीं है. आकंड़े सेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड की वेबसाइट से लिए गए हैं. वायु का स्तर खराब श्रेणी में बना हुआ है.

दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का ग्राफ बढ़ा.

ग्रेटर नोएडा में दर्ज AQI

सेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) की वेबसाइट के मुताबिक दिल्ली से भी ज्यादा प्रदूषित ग्रेटर नोएडा है. ग्रेटर नोएडा में दो स्टेशन UPPCB (उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) ने लगाए हैं, जिसमें नॉलेज पार्क-III में एयर क्वालिटी इंडेक्स 313 और नॉलेज पार्क-V का एयर क्वालिटी इंडेक्स 330 दर्ज किया गया है. पिछले हफ्ते के मुकाबले प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. माना जा रहा है कि वायु की रफ्तार थमने से प्रदूषण का स्तर बढ़ा है.

ये भी पढ़ें: गाजियाबादः ईंट से मारकर पति ने की पत्नी की हत्या, जांच में जुटी पुलिस


नोएडा में दर्ज AQI

नोएडा में UPPCB ने 4 स्टेशन इंस्टॉल किए हैं, जिसमें सेक्टर 62 स्टेशन का AQI 320, सेक्टर 125 में 311 AQI, सेक्टर 1 में 329 AQI और सेक्टर 116 के स्टेशन पर 340 AQI दर्ज किया गया है.

डार्क रेड ज़ोन में AQI

हवा की रफ्तार थमने से उद्योग और वाहनों से निकलने वाले धुएं का असर धुंध के रूप में देखने को मिलता है. ग्रेटर नोएडा और नोएडा में कई जगह शाम होने से पहले ही स्मॉग के रूप में धुंध छा जाती है. प्राधिकरण और UPPCB ग्रेड की अनदेखी पर लगातार कार्रवाई भी कर रही है. डॉक्टर की सलाह के मुताबिक बुजुर्ग, बच्चे, ह्रदय रोगी सहित अस्थमेटिक मरीज़ों को विशेष सावधानी बरतनी होगी.

नोएडा: दिल्ली-एनसीआर में तेज हवाओं के चलने से प्रदूषण स्तर से लोगों को राहत तो मिली, लेकिन स्थिति अब भी खराब श्रेणी में है. पश्चिमी विक्षोभ के चलते ठंड बढ़ी, प्रदूषण छंटा है. नोएडा का वायु प्रदूषण सूचकांक 325 और ग्रेटर नोएडा का वायु प्रदूषण सूचकांक 322 दर्ज़ किया गया है. बढ़ता एक्यूआई लोगों के लिए किसी परेशानी से कम नहीं है. आकंड़े सेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड की वेबसाइट से लिए गए हैं. वायु का स्तर खराब श्रेणी में बना हुआ है.

दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का ग्राफ बढ़ा.

ग्रेटर नोएडा में दर्ज AQI

सेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) की वेबसाइट के मुताबिक दिल्ली से भी ज्यादा प्रदूषित ग्रेटर नोएडा है. ग्रेटर नोएडा में दो स्टेशन UPPCB (उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) ने लगाए हैं, जिसमें नॉलेज पार्क-III में एयर क्वालिटी इंडेक्स 313 और नॉलेज पार्क-V का एयर क्वालिटी इंडेक्स 330 दर्ज किया गया है. पिछले हफ्ते के मुकाबले प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. माना जा रहा है कि वायु की रफ्तार थमने से प्रदूषण का स्तर बढ़ा है.

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नोएडा में दर्ज AQI

नोएडा में UPPCB ने 4 स्टेशन इंस्टॉल किए हैं, जिसमें सेक्टर 62 स्टेशन का AQI 320, सेक्टर 125 में 311 AQI, सेक्टर 1 में 329 AQI और सेक्टर 116 के स्टेशन पर 340 AQI दर्ज किया गया है.

डार्क रेड ज़ोन में AQI

हवा की रफ्तार थमने से उद्योग और वाहनों से निकलने वाले धुएं का असर धुंध के रूप में देखने को मिलता है. ग्रेटर नोएडा और नोएडा में कई जगह शाम होने से पहले ही स्मॉग के रूप में धुंध छा जाती है. प्राधिकरण और UPPCB ग्रेड की अनदेखी पर लगातार कार्रवाई भी कर रही है. डॉक्टर की सलाह के मुताबिक बुजुर्ग, बच्चे, ह्रदय रोगी सहित अस्थमेटिक मरीज़ों को विशेष सावधानी बरतनी होगी.

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