नोएडा: यूपी के शो विंडो नोएडा की मोर्चरी की हालत 'नरक' से बदतर हो गई है. सेक्टर 94 के मोर्चरी में आने वाली डेड बॉडी लावारिस लाशों की तरह जमीन पर इधर-उधर पड़ी रहती हैं. चिलचिलाती गर्मी में लाशों की बिना डीप फ्रीजर क्या हालत होगी. बता दें कि डीप फ्रीजर को पिछले 2 महीने से मोर्चरी में पैक करके रखा गया है जिससे यह जाहिर होता है कि स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों को डीप फ्रीजर शुरू करने का वक्त नहीं मिल पाया है.
CMO से लगता है डर!
गौतमबुद्ध नगर की मोर्चरी की खस्ता हाल पर जब सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी से डीप फ्रीजर लगाने के बारे में पूछा गया. तो उन्होंने कहा कि सिर्फ 12 दिन पहले यह आया है जबकि मोर्चरी मैं तैनात कर्मचारियों का कहना है कि पिछले 2 महीने से रखा हुआ है. हुक्मरानों के डर से मोर्चरी में तैनात कोई भी कर्मचारी ऑन कैमरा बोलने को तैयार नहीं है. वहीं सीएमओ अपनी गलती मानने और मोर्चरी की हालत सुधारने के बजाय अपनी गलती पर पर्दा डालते नजर आए.
खुले में रखी जाती हैं लाशें
मोर्चरी के जिस कमरे में लाशें रखी जाती हैं उन कमरों में एसी के मात्र खोखे लगे हुए हैं. यानी स्पष्ट शब्दों में कहें तो एसी खराब हो गए हैं. स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही बदस्तूर जारी है. लाशें खुले में पड़ी रहती हैं. मोर्चरी के अंदर आवारा कुत्ते घूमते रहते हैं. हद तो तब हो गई जब सीएमओ से पूछा गया कि बिना डीप फ्रीजर लाशें कहां रखी जाती हैं तो उन्होंने जवाब में कहा कि कहीं किराए पर रखी जाती हैं उन्हें पता नहीं.
कब शुरू होगा नया डीप फ्रीजर
आपको बता दें तत्कालीन बसपा के शासनकाल में डीप फ्रीजर लगाया गया था जिसमें 8 लाशें रखने की व्यवस्था थी जो एक जमाने पहले ही खराब हो गया था. उसके बाद यहां पर दो डीप फ्रीजर मंगवाए गए थे जो बाद में खराब हो गए. अब लाशें यहां पर खुले में रखी जाती हैं. नया डीप फ्रीजर आ गया है लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के पास शायद वक्त नहीं है कि उसे सुचारू रूप से चालू कर दिया जाए ताकि आम जनता को परेशानी न झेलनी पड़े.