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एमिटी इंटरनेशनल स्कूल की नई शुरुआत, अब वृद्धाश्रम के बुजुर्गों को मिलेगा अनाथ बच्चों का साथ - मैत्री ऐप

एमिटी इंटरनेशनल स्कूल की पांच छात्राओं ने वृद्धाश्रम और अनाथालय के बच्चों को एक साथ लाने के उद्देश्य से मैत्री ऐप बनाई है.

एमिटी इंटरनेशनल स्कूल.
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Published : Aug 27, 2019, 11:20 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: एमिटी इंटरनेशनल स्कूल की पांच छात्राओं ने वृद्धाश्रम और अनाथालय के बच्चों को एक साथ लाने के उद्देश्य से मैत्री ऐप बनाई है. यह ऐप हर व्यक्ति को अनाथालय और वृद्ध आश्रम में धन और अन्य सामान मुहैया करने के लिए मंच प्रदान करेगा.

जानकारी देतीं स्कूल की डायरेक्टर डॉ. अमिता चौहान.

एमिटी की पांचों छात्राओं ने सैन फ्रांसिस्को में होने वाले विश्व के सबसे बड़े तकनीकी एवं उद्यमिता कार्यक्रम "वर्ल्ड पिच सम्मिट वेट ऑफ द टेक्नोवेशन चैलेंज" में भारत का प्रतिनिधित्व भी किया.

इसलिए बनाई ऐप-

एमिटी की छात्राओं ने बताया कि उन्हें अपनी फैमिली में बुजुर्गों का अकेलापन देखकर लगा कि उनके लिए कुछ करना चाहिए. इसलिए हमने ये ऐप बनाया. छात्रों ने बताया कि 19 जुलाई को ऐप बनकर तैयार हुआ और अब एक हजार से ज्यादा लोग इस ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं. ऐप में 13 वृद्धाश्रम और 7 अनाथालय संस्था जुड़ी हैं.

एमिटी इंटरनेशनल स्कूल की डायरेक्टर डॉक्टर अमिता चौहान ने बच्चों को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं और कहा यह एक गौरव का पल है. उन्होंने बताया कि उनका विश्वास लोगों से ज्यादा से ज्यादा जुड़ने में हैं और उसी से खुशी मिलती है.

नई दिल्ली/नोएडा: एमिटी इंटरनेशनल स्कूल की पांच छात्राओं ने वृद्धाश्रम और अनाथालय के बच्चों को एक साथ लाने के उद्देश्य से मैत्री ऐप बनाई है. यह ऐप हर व्यक्ति को अनाथालय और वृद्ध आश्रम में धन और अन्य सामान मुहैया करने के लिए मंच प्रदान करेगा.

जानकारी देतीं स्कूल की डायरेक्टर डॉ. अमिता चौहान.

एमिटी की पांचों छात्राओं ने सैन फ्रांसिस्को में होने वाले विश्व के सबसे बड़े तकनीकी एवं उद्यमिता कार्यक्रम "वर्ल्ड पिच सम्मिट वेट ऑफ द टेक्नोवेशन चैलेंज" में भारत का प्रतिनिधित्व भी किया.

इसलिए बनाई ऐप-

एमिटी की छात्राओं ने बताया कि उन्हें अपनी फैमिली में बुजुर्गों का अकेलापन देखकर लगा कि उनके लिए कुछ करना चाहिए. इसलिए हमने ये ऐप बनाया. छात्रों ने बताया कि 19 जुलाई को ऐप बनकर तैयार हुआ और अब एक हजार से ज्यादा लोग इस ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं. ऐप में 13 वृद्धाश्रम और 7 अनाथालय संस्था जुड़ी हैं.

एमिटी इंटरनेशनल स्कूल की डायरेक्टर डॉक्टर अमिता चौहान ने बच्चों को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं और कहा यह एक गौरव का पल है. उन्होंने बताया कि उनका विश्वास लोगों से ज्यादा से ज्यादा जुड़ने में हैं और उसी से खुशी मिलती है.

Intro:SOFT STORY: नोएडा सेक्टर 44 एमिटी इंटरनेशनल स्कूल की पांच छात्रों ने वृद्धाश्रम और अनाथालय के बच्चों को एक साथ लाने के उद्देश्य से पांच छात्राओं ने मैत्री एप बनाई है। ऐप हर व्यक्ति को अनाथालय और वृद्ध आश्रम मैं वक्त धन और अन्य सामान मुहैया करने के लिए मंच प्रदान करेगा। एमिटी की पांचों छात्राओं ने सैन फ्रांसिस्को में होने वाले विश्व के सबसे बड़े तकनीकी एवं उद्यमिता कार्यक्रम "वर्ल्ड पिच सम्मिट वेट ऑफ द टेक्नोवेशन चैलेंज" में भारत का प्रतिनिधित्व भी किया।


Body:"इसलिए बनाई एप"
एमिटी की छात्रा अनन्य ने बताया कि आईडिया बड़ो बुजुर्गों के लिए कुछ करना है। छात्रा ने बताया कि उनकी फैमिली में बड़े बुजुर्ग की एकाएक साथ छोड़ना, एक के जाने के बाद दूसरे को अकेलापन महसूस करना जिसके कारण स्वास्थ्य बिगड़ता गया और घर के दूसरे बुजुर्ग ने भी साथ छोड़ दिया। जिसके बाद ऐसा लग कि हमे अपने बड़ो के लिए कुछ करना है।

छात्रों ने बताया कि 19 जुलाई को एप बनकर तैयार हुई और अब 1 हज़ार से ज़्यादा लोग इसे इस्तेमाल कर रहे हैं। एप में 13 वृद्धाश्रम और 7 अनाथालय संस्था जुड़ी हैं।


Conclusion:एमिटी इंटरनेशनल स्कूल की डायरेक्टर डॉक्टर अमिता चौहान ने बच्चों को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं और कहां यह एक गौरव का पल है। उन्होंने बताया उनका विश्वास लोगों से ज़्यादा से ज़्यादा जुड़ने में हैं और उसी से खुशी मिलती है।
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