फिरोजाबाद: यदि आप पेशेवर किसान हैं और हरी सब्जियां या फिर फलों की खेती करते हैं और आपको बाजार में उचित भाव नहीं मिल रहा है तो अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं हैं. अपनी फसल को ओने-पौने दामों में बेचने की बजाय आप उन्हें सौर ऊर्जा से संचालित होने वाले कोल्ड रूम में रख सकते हैं. मंडी में उचित भाव मिलने पर बाद में उसे बेच सकते हैं. जिले में श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूरवन मिशन के तहत 3 कोल्ड रूम स्थापित किए गए हैं. इन कोल्ड रूम का संचालन ग्राम पंचायत द्वारा किया जाएगा.
जनपद में वैसे तो प्रमुख रूप से गेहूं, बाजरा, आलू और जौ की पैदावार प्रमुख रूप से होती है. लेकिन, अब यहां का नारखी इलाका मिर्च उत्पादन का बड़ा केंद्र बन चुका है. यहां 14-15 हजार हेक्टेयर जमीन में शिमला और अचारी मिर्च का उत्पादन होता है. यहां उत्पादित होने वाले अन्य फल या सब्जियों की बात करें तो भिंडी, मटर, टमाटर, लौकी, तोरई, पालक, खरवूज, तरबूज, आम, अमरूद भी प्रमुख रूप से पैदा होते है.
किसानों के सामने कभी-कभी कुछ ऐसी भी समस्या पैदा हो जाती है कि उन्हें फसलों का उचित मूल्य नहीं मिल पाता है. मसलन किसी दिन मंडी में यदि ज्यादा माल आ जाता है तो कीमत गिर जाती है. ऐसे में किसान कुछ दिनों के लिए इन कोल्ड रूम्स में अपनी फसल को रख कर मंडी के भाव का इंतजार कर सकते हैं.
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जिला ग्राम्य विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक प्रदीप कुमार पांडेय ने बताया कि एक कोल्ड रूम की क्षमता छह टन की है. यह सौर ऊर्जा से चलेंगे और ग्राम पंचायत इनका संचालन करेंगी. उन्होंने बताया कि रूधऊ मुस्तक़िल क्लस्टर के अंतर्गत गांव चुल्हावली, मोहम्मदाबाद और रूधऊ मुस्तक़िल में इन कोल्ड रूमों को स्थापित किया गया है. इन कोल्ड रूमों में सामान रखने का कितना किराया लगेगा, इसका निर्धारण ग्राम पंचायतों द्वारा ही किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस संबंध में ज्यादा से ज्यादा किसानों को लाभ दिलाने के लिए जागरूक किया जा रहा है. इस मामले में किसानों का कहना है कि जो कोल्ड रूम स्थापित किए गए हैं, वह एक ही इलाके में स्थापित किए गए हैं. इससे पूरे जिले के किसानों को इसका लाभ मिलने में दिक्कतें आएंगी.
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