फिरोजाबादः जिले में 25 जनवरी 2023 के एक मकान के शौचालय टैंक की सफाई के दौरान नर कंकाल मिला था. पुलिस अब इस मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए लापता हुए एक व्यक्ति की पत्नी का डीएनए कराएगी. जिस व्यक्ति की पत्नी का डीएनए होगा, उसके परिजनों ने दावा किया थाकि टैंक में मिला शव छोटेलाल का है. छोटेलाल लंबे समय से लापता चल रहे थे. कंकाल के साथ एक स्वेटर मिला था, वह भी छोटेलाल का ही था.
बता दें कि 25 जनवरी को उत्तर थाना क्षेत्र के मोहल्ला कृष्णा नगर जलेसर रोड स्थित एक मकान के शौचालय टैंक की जब कुछ सफाईकर्मी सफाई कर रहे थे तो उस टैंक से एक कंकाल बरामद होने से सनसनी फैल गई थी. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस भी पहुंची थी, लेकिन पुलिस के सामने अहम सवाल ये था कि आखिर यह कंकाल किसका है और टैंक में इसके पड़े होने के पीछे रहस्य क्या है.
दरअसल, शिकोहाबाद थाना क्षेत्र के मोहल्ला बृज नगर निवासी उमेश चंद यादव ने इस मकान को साल 2015 में सुशील से खरीदा था. सुशील कबाड़े का कारोबारी था और उसके यहां पर चोरी के वाहनों को खरीदकर उन्हें काटने का भी काम होता था. साल 2018 में एक मुकदमे में पुलिस ने सुशील को हिरासत में लिया था. बाद में इसकी तबीयत खराब हुई और उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई. सुशील के दोनों भाई नीरज और संजू इन्होंने भी अपना हिस्सा उमेश यादव को भेज दिया था. सुशील का एक दोस्त था जो कि वहीं पास में रहता था. उसका नाम छोटेलाल था.
छोटेलाल सन 2012 से लापता चल रहा था, जिसकी गुमशुदगी भी कोतवाली उत्तर में दर्ज है. टैंक से जब कंकाल मिला तो छोटेलाल के परिजन सामने आए और उन्होंने दावा किया कि यह कंकाल छोटेलाल का ही है. उन्होंने यह भी कहा कि कंकाल के पास जो स्वेटर मिला है वह छोटे लाल का है. इसलिए कंकाल भी छोटेलाल का है. इस सनसनीखेज मामले की गुत्थी और उलझ गई थी जिसको सुलझाने के लिए पुलिस डीएनए टेस्ट का सहारा ले रही है.
उत्तर थाना प्रभारी नरेंद्र कुमार शर्मा का कहना है पुलिस ने छोटेलाल की पत्नी का सैंपल लेकर डीएनए जांच के लिए भेजा गया है. ताकि यह बात साफ हो सके कि यह कंकाल किसका था. डीएनए रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.