फिरोजाबाद : जिले में 3 अक्टूबर को विवादित जमीन से कब्जा हटवाने के दौरान रिटायर्ड उद्यान निरीक्षक की ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या और दो महिला पुलिसकर्मियों को घायल करने के मामले में स्थानीय थाने की पुलिस पर सख्त एक्शन हुआ है. इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी समेत 7 पुलिस कर्मियों को हटाते हुए उन्हें पुलिस लाइन भेज दिया है. उनके स्थान पर नए पुलिसकर्मियों की भी तैनाती कर दी गई है.
कब्जा हटाने गई थी राजस्व विभाग की टीम, तभी दबंगों ने किया हमला : बताते चलें कि तीन अक्टूबर को नारखी इलाके के गांव गढ़ी कल्याण में तहसीलदार सदर के नेतृत्व में राजस्व विभाग की टीम पुलिस के साथ विवादित जमीन से कब्जा हटाने के लिए गई थी. टीम के साथ शिकायतकर्ता रिटायर्ड उद्यान निरीक्षक जगदीश पाल सिंह भी मौजूद थे. जब टीम ने कब्जा हटाने की कार्यवाही शुरू की तभी दबंग कब्जेदारों ने जगदीश के साथ पुलिस और राजस्व विभाग की टीम पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया. शिकायतकर्ता जगदीश की मौत हो गई. जबकि दो महिला कांस्टेबल राधा और कोमल घायल हो गईं थीं. इसके बाद पुलिस ने इन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया था.
नीलामी में खरीदी थी जमीन: दरअसल, जिस जमीन को लेकर विवाद था उसे गांव फतेहपुरा निवासी जगदीश पाल सिंह ने साल 2003 में नीलामी में खरीदा था.काफी दिनों तक इस मामले को लेकर कोर्ट में केस चलता रहा.जगदीश कोर्ट से केस जीत गए थे. कोर्ट के आदेश पर ही तीन अक्टूबर को राजस्व विभाग की टीम कब्जा हटवाने के लिए गांव कल्याण गढ़ी गई थी. तभी दबंग कब्जेदारों ने पुलिस और शिकायतकर्ता पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया था. इस मामले में जगदीश के बेटे की तहरीर पर छह लोगों को नामजद किया गया था और 16 अज्ञात हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था.
इन पुलिसकर्मियों पर गाज : हालांकि इस घटना में नामजद तीन अभियुक्तों को अरेस्ट किया जा चुका है और एक अभियुक्त को मुठभेड़ में गोली लगने के बाद अरेस्ट कर लिया गया . अब इस मामले में पुलिस पर सख्त एक्शन शुरू हो गया है.मामले को गंभीरता से न लेने पर एसएसपी ने कार्यवाही करते हुए थाना प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र शर्मा, दो उपनिरीक्षक शेरपाल सिंह, राम सुमिरन सिंह, चार कांस्टेबल ऊषा चौधरी,छवि राणा, डूंगर सिंह, सुरेन्द्र कुमार को थाने से हटाकर पुलिस लाइन भेज दिया है.