फिरोजाबाद: जिले में खेती के लिए अलॉट की गई यूरिया खाद की कालाबाजारी का मामला सामने आया है. कृषि विभाग ने शुक्रवार को खाद की दुकानों में छापा मारा. छापेमारी के दौरान कृषि खाद विक्रेताओं की पीएसओ मशीन में दर्ज आंकड़ों से जब फिजिकल मिलान करवाया गया तो 35 मीट्रिक टन खाद की गड़बड़ी सामने आई. जिला कृषि अधिकारी रविकांत का कहना है कि जहां यह स्टॉक कम मिला है, उन विक्रेताओं को नोटिस जारी किए गए.
10 दिनों तक चली जांच प्रक्रिया
जिले में खाद-यूरिया के कालाबाजारी को लेकर कृषि विभाग अलर्ट है. इसी कड़ी में जिले में कितनी मात्रा में खाद उपलब्ध हैं, कितनी मात्रा यूरिया है और कितनी मात्रा डीएपी की है, इस बात का भौतिक सत्यापन कराया जा रहा है. कृषि विभाग की देखरेख में यह सत्यापन हो रहा है. पीएसओ मशीन में दर्ज आंकड़ों से विक्रेताओं द्वारा खरीदे गए यूरिया का मिलान हो रहा है. कुल 5 अफसर और 26 कर्मचारी इस कार्य में लगे हैं. यह कार्य 15 मार्च से शुरू होकर 25 मार्च तक चला.
जिला कृषि अधिकारी रविकांत ने बताया कि अभी तक 330 दुकानों का सत्यापन किया जा चुका है, जिनमें कुछ दुकानों में गड़बड़ी भी मिली है. अभी तक 1970.45 मीट्रिक टन यूरिया का सत्यापन किया गया, जिसमें भौतिक रूप से 1935 मीट्रिक टन यूरिया मौके पर मिली है. बाकी यूरिया को कहां बेचा गया या रखा गया, इस बात की जानकारी के लिए उर्वरक विक्रेताओं को नोटिस जारी किया गया है. विक्रेताओं का जवाब आने पर ही अगली कार्रवाई की जाएगी.