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पुलिस का खेल: जी का जंजाल बना हत्यारोपी, जानें क्यों - Firozabad police not arresting accused of murder

फिरोजाबाद जिले से अजीबो गरीब मामला सामने आया है. जहां पुलिस हत्या के आरोपी को गिरफ्तार करने से डर रही है. दरअसल दो पक्षों के विवाद में सुग्रीव नाम के युवक को पुलिस ने मामले में आरोपी बनाया है, लेकिन विवाद के दौरान गोली लगने से सुग्रीव भी घायल हो गया था. जहां उसकी हालत बहुत गंभीर है. जिसे देखते हुए पुलिस अब उसे गिरफ्तार नहीं करना चाहती.

आरोपी.
आरोपी.
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Published : Nov 20, 2021, 9:53 AM IST

Updated : Nov 20, 2021, 10:12 AM IST

फिरोजाबाद: यूपी के फिरोजाबाद जिले में एक हत्यारोपी पुलिस के लिए जी का जंजाल बना हुआ है. अगर पुलिस उसे पकड़ती है तो भी आफत और न पकड़े तो भी आफत. दरअसल, सुग्रीव नाम के युवक को पुलिस ने दो पक्षों के विवाद में आरोपी बनाया है. विवाद के दौरान गोली लगने से सुग्रीव गंभीर रूप से घायल हो गया था. जिसके चलते पुलिस अब उसे गिरफ्तार कर जेल नहीं भेजना चाहती. वहीं, पुलिस उसका नाम चार्जशीट से भी नहीं हटा सकती क्योंकि मामले में पुलिस ने उसे मुख्य आरोपी बनाया है.

वहीं, सुग्रीव का आरोप है कि पुलिस उसे बेवजह परेशान कर रही है. उसने किसी का मर्डर नहीं किया है. इधर एसओ मटसेना का कहना है कि कोर्ट से जो भी दिशा निर्देश मिलेंगे. उसके मुताबिक आगे की कार्रवाई की जाएगी.

जानकारी देता आरोपी और वकील.

ये था मामला

16 मई को मटसेना थाना क्षेत्र के गांव नरगापुर में किसी बात को लेकर दो पक्षों में झगड़ा हो गया था. मामला इस कदर बढ़ा कि पथराव और फायरिंग तक हो गई. जिसमें एक पक्ष की बुजुर्ग महिला सुशीला देवी पत्नी फेरी सिंह की गोली लगने से मौत हो गई. जबकि दूसरे पक्ष से सुग्रीव पुत्र मातादीन गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया था. जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस मामले में एक दूसरे के खिलाफ क्रॉस एफआईआर भी हुई थी.

मृतका सुशीला देवी के बेटे सर्वेश यादव ने जिन लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया था. उनमें सुग्रीव का भी नाम शामिल है. इधर पुलिस दोनों पक्षों के कई आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज चुकी है, लेकिन सुग्रीव अभी तक पुलिस रिकॉर्ड के हिसाब से फरार है जिसका वारंट भी जारी हो चुका है. सुग्रीव इस कदर शारिरिक रूप से लाचार है कि वह चल फिर भी नहीं सकता और उसकी हालत गंभीर है.

गुरुवार को सुग्रीव अपने वकील और परिजनों के साथ खुद कोर्ट पहुंचा. उसने मीडिया को बताया कि पुलिस उसे बेवजह परेशान कर रही है. उसने किसी का मर्डर नहीं किया. उल्टे पुलिस ने अभी तक खुद उसका बयान दर्ज नहीं किया है.

पीड़ित के वकील धर्म सिंह यादव का कहना है कि पुलिस जानबूझकर सुग्रीव को गिरफ्तार न कर उसे फरार दिखा रही है जिससे उसका बयान न लेना पड़े और दूसरे पक्ष को इसका लाभ मिल जाए. उन्होंने कहा कि जब सुग्रीव खुद कोर्ट आया है तो वह फरार कैसे हो सकता है. पुलिस बेवजह उसके घर वालों को परेशान कर रही है. इस संबंध में थानाध्यक्ष मटसेना अंजीश कुमार का कहना है कि सुग्रीव घर पर नहीं मिलता है. इसलिए कोर्ट ने उसके खिलाफ वारंट जारी किया है. उसने कोर्ट में बेल एप्लिकेशन डाली थी. अब कोर्ट का जो आदेश होगा. उसका पालन किया जाएगा.

इसे भी पढे़ं- साधु ने थाना प्रभारी पर लगाए गंभीर आरोप, कहां- न्याय नहीं मिला तो कर लूंगा सुसाइड

फिरोजाबाद: यूपी के फिरोजाबाद जिले में एक हत्यारोपी पुलिस के लिए जी का जंजाल बना हुआ है. अगर पुलिस उसे पकड़ती है तो भी आफत और न पकड़े तो भी आफत. दरअसल, सुग्रीव नाम के युवक को पुलिस ने दो पक्षों के विवाद में आरोपी बनाया है. विवाद के दौरान गोली लगने से सुग्रीव गंभीर रूप से घायल हो गया था. जिसके चलते पुलिस अब उसे गिरफ्तार कर जेल नहीं भेजना चाहती. वहीं, पुलिस उसका नाम चार्जशीट से भी नहीं हटा सकती क्योंकि मामले में पुलिस ने उसे मुख्य आरोपी बनाया है.

वहीं, सुग्रीव का आरोप है कि पुलिस उसे बेवजह परेशान कर रही है. उसने किसी का मर्डर नहीं किया है. इधर एसओ मटसेना का कहना है कि कोर्ट से जो भी दिशा निर्देश मिलेंगे. उसके मुताबिक आगे की कार्रवाई की जाएगी.

जानकारी देता आरोपी और वकील.

ये था मामला

16 मई को मटसेना थाना क्षेत्र के गांव नरगापुर में किसी बात को लेकर दो पक्षों में झगड़ा हो गया था. मामला इस कदर बढ़ा कि पथराव और फायरिंग तक हो गई. जिसमें एक पक्ष की बुजुर्ग महिला सुशीला देवी पत्नी फेरी सिंह की गोली लगने से मौत हो गई. जबकि दूसरे पक्ष से सुग्रीव पुत्र मातादीन गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया था. जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस मामले में एक दूसरे के खिलाफ क्रॉस एफआईआर भी हुई थी.

मृतका सुशीला देवी के बेटे सर्वेश यादव ने जिन लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया था. उनमें सुग्रीव का भी नाम शामिल है. इधर पुलिस दोनों पक्षों के कई आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज चुकी है, लेकिन सुग्रीव अभी तक पुलिस रिकॉर्ड के हिसाब से फरार है जिसका वारंट भी जारी हो चुका है. सुग्रीव इस कदर शारिरिक रूप से लाचार है कि वह चल फिर भी नहीं सकता और उसकी हालत गंभीर है.

गुरुवार को सुग्रीव अपने वकील और परिजनों के साथ खुद कोर्ट पहुंचा. उसने मीडिया को बताया कि पुलिस उसे बेवजह परेशान कर रही है. उसने किसी का मर्डर नहीं किया. उल्टे पुलिस ने अभी तक खुद उसका बयान दर्ज नहीं किया है.

पीड़ित के वकील धर्म सिंह यादव का कहना है कि पुलिस जानबूझकर सुग्रीव को गिरफ्तार न कर उसे फरार दिखा रही है जिससे उसका बयान न लेना पड़े और दूसरे पक्ष को इसका लाभ मिल जाए. उन्होंने कहा कि जब सुग्रीव खुद कोर्ट आया है तो वह फरार कैसे हो सकता है. पुलिस बेवजह उसके घर वालों को परेशान कर रही है. इस संबंध में थानाध्यक्ष मटसेना अंजीश कुमार का कहना है कि सुग्रीव घर पर नहीं मिलता है. इसलिए कोर्ट ने उसके खिलाफ वारंट जारी किया है. उसने कोर्ट में बेल एप्लिकेशन डाली थी. अब कोर्ट का जो आदेश होगा. उसका पालन किया जाएगा.

इसे भी पढे़ं- साधु ने थाना प्रभारी पर लगाए गंभीर आरोप, कहां- न्याय नहीं मिला तो कर लूंगा सुसाइड

Last Updated : Nov 20, 2021, 10:12 AM IST
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