फिरोजाबाद: शहर के लोगों को अब पीने के पानी के संकट से नहीं जूझना पड़ेगा. शहर में बहुप्रतीक्षित झील का निर्माण पूरा हो गया है और उसमें पानी का भंडारण शुरू हो गया है. नहर में जलापूर्ति बाधित होने के बावजूद भी 15 से ज्यादा दिन में पानी की आपूर्ति हो सकेगी. शहर के लिए यह एक बड़ा काम माना जा रहा है. अभी तक नहर की सफाई कार्य के दौरान पानी की सप्लाई बंद होने पर शहर में पीने के पानी का संकट खड़ा हो जाता था.
फिरोजाबाद शहर में बीते एक दशक से पानी का संकट बना हुआ था. ज्यादातर इलाके में पानी खारा हो गया था. वहीं कुछ इलाकों में जलस्तर इतना नीचे चला गया था कि सबमर्सिबल पंप ने भी पानी देना बंद कर दिया. कई चुनावों में यह समस्या मुद्दा बनीं और इसी दौरान जनप्रतिनिधियों के प्रयास रंग लाये और शहर के लिए जेड़ा झाल परियोजना स्वीकृत हुई.
इस योजना के तहत जेड़ा गांव के पास से एक नहर स्वीकृत कर उसे नंदपुर गांव तक लाया गया. इसके बाद नंदपुर से पाइप लाइन के जरिये पानी को वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और फिर शहर तक लाया गया. इस योजना पर करीब 400 करोड़ रुपया खर्च हुआ है. फिलहाल इस योजना के तहत शहर के अधिकतर भागों में पेयजल की आपूर्ति हो रही है.
हालांकि शहर को पानी तो मिल रहा था, लेकिन कभी-कभी यह समस्या आ जाती थी कि नहर की सफाई के दौरान शहर को पानी नहीं मिल पाता था. इसी समस्या के मद्देनजर नंदपुर गांव में प्लांट के पास ही एक झील का भी निर्माण कराया जा रहा था, लेकिन इसकी रफ्तार इतनी सुस्त थी कि कई बार जल निगम को कार्यदायी संस्था पर जुर्माना तक ठोंकना पड़ा.
वहीं अब झील का निर्माण पूरा हो गया है. जल निगम के अधिशासी अभियंता राकेश कुमार सिंह ने बताया कि झील का निर्माण पूरा हो गया है इसकी क्षमता 90 करोड़ लीटर पानी की है. आपको बता दें कि जेड़ा झाल परियोजना से शहर को हर दिन 60 से 65 एमएलडी पानी प्रतिदिन दिया जाता है. इस हिसाब से शहर को 15 दिन से भी अधिक दिनों तक पर्याप्त पानी मिलता रहेगा.
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