फिरोजाबाद: बदलते मौसम के कारण उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जनपद में बीमारियों ने पैर पसारना शुरू कर दिए है. यहां नारखी इलाके के गांव लौकी गढ़ी में तो हालात बेकाबू हो गए हैं. बीते 15 दिन से यहां बुखार से 50 से ज्यादा लोग पीड़ित हैं. एक बालिका की तो शनिवार को मौत भी हो चुकी है.
ग्रामीणों का कहना है कि बालिका की मौत डेंगू बुखार से हुई है. वहीं, सीएमओ डॉ. राम बदन राम का कहना है कि बालिका की मौत खून की कमी से हुई है. गांव में कैम्प लगाकर लगातार इलाज किया जा रहा है. बालिका की मौत के बाद रविवार को खुद सीएमओ ने गांव का दौरा किया. उन्होंने बताया कि गांव के चारों तरफ फैली गंदगी से गांव में बीमारी पैर पसार रही है. गांव की साफ सफाई के लिए ग्राम्य विकास विभाग से जुड़े उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा गया है.
सदर तहसील और नारखी थाना क्षेत्र के गांव लौकी गढ़ी के लोग इन दिनों दहशत में है. दहशत की वजह है रहस्यमय बुखार जो अब जानलेवा बन गया है. बीमारी पिछले 15 दिनों से फैली है, लेकिन उसकी रोकथाम नहीं हो पा रही है. स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में कैम्प लगाकर बीमार लोगों का इलाज कर रही है लेकिन बीमार लोगों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है. यहां 40-50 ग्रामीण अभी भी बुखार से पीड़ित हैं.
गांव में रहने वाले भगीरथ की 14 साल की बेटी रेखा की, तो इस बुखार के कारण मौत हो गई. ग्रामीणों ने बताया कि उसे कई दिनों से बुखार था. उसे इलाज के लिए आगरा ले जाया गया, जहां शनिवार को उसकी मौत हो गई. रेखा के परिजनों के मुताबिक डॉक्टर ने रेखा की मौत की वजह डेंगू बुखार बताया था लेकिन सीएमओ डॉ. राम बदन राम का कहना कि बालिका की मौत एनीमिया से हुई है.
सीएमओ ने रविवार को गांव का दौरा भी किया है. उन्होंने बताया कि गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम 18 जुलाई से कैम्प लगाकर लगातार इलाज कर रही है. जो गंभीर मरीज है उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया जा रहा है. यह वायरल बुखार है. उन्होंने बताया कि गांव और आसपास काफी गंदगी और जल भराव है. जिसकी सफाई के लिए खंड विकास अधिकारी और जिला विकास अधिकारी को पत्राचार किया गया है.
यह भी पढे़ं: अस्पतालों में वायरल बुखार के मरीजों की भीड़, वार्ड फुल
यह भी पढे़ं: Seasonal Fever : आपकी इम्यूनिटी हुई कमजोर या वायरल हुआ स्ट्रांग, विशेषज्ञ से जानें