फिरोजाबाद: जिले में बुजुर्ग पेंशन योजना में फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है. विभागीय सत्यापन में उजागर हुआ कि जो लोग मर चुके हैं वह भी पेंशन ले रहे थे. इसके अलावा जिनके पास फोर व्हीलर गाड़ी है, आलीशान मकान है, घर में हथियार है या फिर 50 बीघा खेत है ऐसे लोग भी पेंशन ले रहे हैं. विभाग अब ऐसे अपात्रों से रिकवरी की तैयारी कर रहा है.
बुजुर्गों को अपने खर्चे के लिए किसी का मुंह न ताकना पड़े इसके लिए सरकार बुजुर्गों को 500 रुपये प्रतिमाह पेंशन देती है. इसकी कुछ शर्तें भी हैं. बुजुर्ग पेंशन योजना के तहत 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को पेंशन दी जाती है. इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करना होता है और फिर उसकी जांच कराई जाती है. जो आवेदक पात्र मिलते हैं उनके खाते में बुजुर्ग पेंशन सरकार भेजती है. जिले में इस समय 50 हजार 114 लाभार्थी इस योजना का लाभ ले रहे है. इन लाभार्थियों का समय-समय पर स्थापन भी कराया जाता है. इस बार जो सत्यापन कराया गया है उसमें कुछ चौकाने वाला खुलासा हुआ है.
सत्यापन के दौरान जो बात निकलकर आई है, उसके मुताबिक 1969 लाभार्थी मृतक पाए गए, यानी कि जिनकी मौत हो चुकी है वह भी पेंशन ले रहे हैं. सत्यापन में 81 लाभार्थी ऐसे भी मिले जो अपात्र हैं. जांच में पाया गया कि सदर ब्लॉक के गांव जलालपुर निवासी राम सेवक के पुत्र की रेलवे में सरकारी नौकरी लगने के बाद भी वह पेंशन ले रहा था. इसी तरह इसी ब्लॉक के गांव बिल्हना निवासी नरोत्तम सिंह ग्राम प्रधान चुने जाने के बाद भी उन्होंने पेंशन का मोह नहीं छोड़ा.
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जसराना के दारापुर मिलाबली गांव निवासी वंशीलाल के घर में फोर व्हीलर और शिकोहाबाद के घाघऊ निवासी रविन्द्र सिंह के घर बंदूक का लाइसेंस है. बावजूद इसके ये लोग पेंशन ले रहे हैं. शिकोहाबाद तहसील के गांव जेवडा निवासी प्रमोद कुमार के नाम तो 50 बीघा जमीन है इसके बाद भी वह पेंशन ले रहे हैं. समाज कल्याण विभाग के प्रधान सहायक प्रदीप पांडेय ने बताया कि जो अपात्र हैं उनकी फिर से जांच होगी. जो वास्तविक अपात्र हैं उनसे रिकवरी की जाएगी.