फिरोजाबाद : जिले में हत्या के मामले में एक बुजुर्ग पिता के दाेनाें बेटे जेल में बंद हैं. बीमारी से पिता की मौत हाे गई. परिजन अंतिम संस्कार के लिए बेटाें काे पैराेल मिलने का इंतजार कर रहे थे. शुक्रवार काे पिता की मौत के बाद परिजनाें ने 2 दिन तक शव घर पर ही रखकर इंतजार किया. काफी प्रयास के बाद बेटाें काे पैराेल न मिलने पर तीसरे दिन रविवार काे परिजनाें ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया.
मक्खनपुर थाना क्षेत्र के गांव इंदुमई निवासी पूर्व प्रधान कमलेश किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित थे. शुक्रवार को उनकी मौत हो गई. कमलेश के 4 बेटे हैं. इनमें से 2 बेटे विनय और अजेंद्र हत्या के एक मामले में जेल में बंद हैं. इनमें से एक बड़ा बेटा भी शामिल है. कमलेश के 2 बेटे घर पर हैं. इनमें विपिन और रितेश हैं. रितेश सबसे छाेटा है. रितेश ने बताया कि हिंदू रीति रिवाज के अनुसार बड़ा बेटा ही मुखाग्नि देता है. इसलिए घरवाले चाहते थे कि बड़ा बेटा पैरोल पर बाहर निकले और अपने पिता के अंतिम दर्शन करने के बाद उन्हें मुखाग्नि दे. पैरोल के लिए काफी प्रयास भी किए गए लेकिन पैरोल नहीं मिल सकी. परिजनों ने शुक्रवार और शनिवार 2 दिन इंतजार भी किया. उन्हें उम्मीद थी कि जेल में बंद बेटे अंतिम बार पिता का चेहरा देख सकेंगे. लेकिन कानूनी अड़चन के कारण बेटों को पैरोल नही मिल सकी.
रविवार की सुबह जब थाना पुलिस को इस बात की जानकारी मिली ताे वे कमलेश के घर पहुंच गए. परिजनों को काफी समझाया. इसके बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हो गए. थाना प्रभारी मक्खनपुर बैजनाथ सिंह ने बताया कि मृतक के परिजनों द्वारा बेटों की पैरोल का इंतजार किया जा रहा था. समझाने के बाद परिजनाें ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया है.
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