फिरोजाबाद: जनपद के स्थापना दिवस पर आयोजित महोत्सव की मंगलवार रात प्रख्यात भजन और गजल गायक अनूप जलोटा के नाम रही. महोत्सव के पांचवें दिन अनूप जलोटा के भजन सुनकर लोग भावविभोर हो गए. 'ऐसी लागी लगन मीरा हो गई मगन' ऐसे भजनों पर अनूप जलोटा ने दर्शकों की खूब वाहवाही और तालियां बटोरीं. वहीं, कत्थक नृत्य सम्राट बिरजू महाराज की पौत्री शिंजनी कुलकर्णी ने अपने नृत्य से एक बार फिर शास्त्रीय संगीत को जीवित कर दिय.
बता दें 5 फरवरी 1989 को फिरोजाबाद जिले की स्थापना हुई थी. हर साल 5 फरवरी को जिले का स्थापना दिवस मनाया जाता है. लेकिन, इस बार काफी भव्य तरीके से इसे मनाया जा रहा है. उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन और सांस्कृतिक परिषद द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इसमें कई नामचीन कलाकर भाग ले रहे हैं. 27 जनवरी से शुरू हुआ यह कार्यक्रम पांच फरवरी तक चलेगा. इस कार्यक्रम में कई कलाकार जसवीर जस्सी, राजन श्रीवास्तव, भजन गायिका तृप्ति शाक्य, अर्श मोहम्मद, पूजा चटर्जी पार्टिसिपेट कर चुके हैं. वहीं, अभी मशहूर भजन गायक हेमंत ब्रजवासी, कैलाश खैर जैसे नामचीन हस्तियों का प्रोग्राम भी प्रस्तावित है.
समारोह के पांचवे दिन यानी कि 31 जनवरी की रात मशहूर गजल और भजन गायक अनूप जलोटा ने अपनी प्रस्तुति दी. उन्होंने 'ऐसी लागी लगन, मीरा हो गयी मगन' जैसे भजनों से लोगों की खूब तालियां बटोरीं. उन्होंने रामचरित मानस को लेकर उठे विवाद पर मीडिया से बात की. उन्होंने उन लोगों पर निशाना साधा जो रामायण की चौपाई को दलित और महिलाओं के खिलाफ बता रहे हैं. उन्होंने कहा कि किसी बात को समझे बगैर अनावश्यक विवाद खड़ा नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि ताड़ना का मतलब पीटना नहीं, बल्कि किसी पर नजर रखना भी होता है. उन्होंने कहा कि शूद्र शब्द को लेकर राजनीति वह लोग कर रहे हैं जो जनाधार खो चुके हैं.
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