फिरोजाबादः न्यायिक मजिस्ट्रेट ने पुलिस की लापरवाही पर नाराज़गी जताते हुए तीन थाना प्रभारियों को नोटिस जारी कर उन्हें मंगलवार को कोर्ट में तलब किया है.अदालत ने पुराने मुकदमों में पुलिस की तरफ से साक्ष्य पेश न करने पर यह कदम उठाया है. जिन थाना प्रभारियों को तलब किया है उनमें टूण्डला, उत्तर और मटसेना के थाना प्रभारी शामिल हैं.
न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रृष्टि पांडेय ने जिले के तीन थाना प्रभारियों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है. न्यायालय ने पुलिस द्वारा लापरवाही बरतने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि माननीय उच्च न्यायालय द्वारा प्राचीनतम पत्रावलियों के निस्तारण के लिए दिशानिर्देश जारी किए जा रहे हैं और न्यायालय ऐसे पुराने मुकदमों को निस्तारित करने का निरंतर प्रयास कर रही है. कोर्ट ने कहा कि थाना अध्यक्षों द्वारा साक्ष्यों को न्यायालय में वर्षों से प्रस्तुत नहीं किया जा रहा है. साक्ष्यों के विरुद्ध न्यायालय से जारी अदेशिकाएं भी वापस पत्रावली में नहीं है.
न्यायिक मजिस्ट्रेट ने प्राचीनतम मुकदमों को जल्द से जल्द निस्तारित करने के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं. ऐसे मुक़दमों को प्राथमिकता देते हुए थानाध्यक्ष मटसेना, उत्तर फिरोजाबाद एवं टूण्डला को नोटिस जारी करते हुए कहा है कि ऐसा प्रतीत होता है कि आपके द्वारा जानबूझकर कोर्ट के आदेशों की अवहेलना की जा रही है. इससे प्राचीनतम पत्रावली अनावश्यक रूप से लंबित चल रही हैं.
कोर्ट ने इन नोटिसों में मुक़दमों का हवाला दिया है. न्यायालय ने तीनों थानों के थानाध्यक्षों को 17 जनवरी को दोपहर ढाई बजे व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने एवं स्थिति स्पष्ट कनरे को कहा है. कहा कि पुराने वाद में किन परिस्थितियों में साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किए जा रहे हैं. नोटिस में कहा गया है कि नियत तिथि को स्पष्टीकरण प्रस्तुत न किए जाने पर आपके उच्च अधिकारियों को सूचित किया जाएगा.