फिरोजाबाद: इस्लाम धर्म के प्रवर्तक मोहम्मद साहब के नवासे हुसैन साहब की याद में मनाए जाने वाले मोहर्रम पर इस बार ताजिये और आलम का जुलूस नहीं निकलेगा. कोविड-19 को लेकर सरकार के आदेश के बाद फिरोजाबाद के मुस्लिम धर्म गुरु और शहर काजी ने एडवाइजरी जारी कर दी है. शहर काजी ने कहा कि ताजियेदार और अलमदार कोई ऐसा काम न करें, जिससे कोरोना महामारी के संक्रमण का खतरा पैदा हो.
शहर के मुस्लिम धर्मगुरु और शहर काजी शाह नियाज अली ने अपनी कमेटी के साथ शाही बड़ा इमामबाड़ा पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस अयोजित की. इस दौरान उन्होंने कहा कि हम सब जानते हैं कि देश एक लंबे अरसे से वैश्विक महामारी कोरोना से जूझ रहा है. स्वास्थ्य विभाग इस बीमारी से बचने के लिए समय-समय पर एडवाइजरी जारी भी करता रहा है. इसका एक मात्र इलाज सोशल डिस्टेंस ही है. इसलिए कहीं भी किसी तरह का जुलूस न निकालें, अपने ही घरों पर मजलिस व फातिहा, दुरूद-ओ-सलाम का आयोजन करें. सार्वजनिक तौर मजलिस न करें.
उन्होंने अपनी एडवाइजरी में यह भी कहा है कि मोहर्रम पर फिजूल लाउडस्पीकर और डिब्बे न लगाएं. किसी भी तरह की भीड़ जमा न करें. अपने घरों से ही शहीदे आजम हजरत इमाम हुसैन के रोजा मुबारक को ऑनलाइन जियारत करें. शासन की गाइडलाइन का सख्ती से पालन करें. प्रशासनिक व्यवस्था के साथ चलें. कोई भी ऐसा काम न करें, जिससे कानून का उल्लंघन हो.