फिरोजाबाद : नगर निगम में नलकूप संचालन के ठेके को लेकर विवाद चल रहा है. पिछले दिनों मेयर नूतन राठौर ने दावा किया था कि उन्होंने खुद निरीक्षण के दौरान वित्तीय गड़बड़ी पकड़ी थी. तमाम पम्प ऑपरेटरों को जल निगम के साथ-साथ नगर निगम से भी पैसा दिया जा रहा है. यानी कि एक ऑपरेटर दो बार पैसा ले रहा है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा ऑपरेटर के मानदेय में गलत ढंग से कटौती की जाती है. नगर निगम से ट्यूबेल ऑपरेटरों के मानदेय के लिए 67 लाख रुपये दिए जाते हैं, जबकि 31 लाख रुपये का ही वितरण होता है.
मेयर नूतन राठौर ने बताया कि दो दिन पहले नगर निगम में इस बात को लेकर जमकर हंगामा भी हुआ था. कर्मचारियों ने नगर निगम में हंगामा कर तालाबंदी की थी. कर्मचारियों ने यह आरोप लगाते हुए हंगामा किया था कि उनके बड़े बाबू के साथ बदसलूकी की गई है. उनसे ट्यूबेल ऑपरेटर वाली पत्रावली भी छीनी गई है. इस मामले की शिकायत कर्मचारियों ने नगर आयुक्त के साथ-साथ पुलिस से भी की थी. बड़े बाबू की तहरीर पर पुलिस ने नामित पार्षद सुरेंद्र राठौर और उदय प्रताप के साथ अन्य लोगों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने और अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है.