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डेंगू महामारी के बीच मेडिकल काॅलेज में मरीजों के तीमारदार परेशान, कैंटीन न होने से खाने पीने की दिक्कत - Outbreak of dengue epidemic in Firozabad

फिरोजाबाद जिले में डेंगू एक महामारी का रूप ले चुकी है. 18 अगस्त को पहला मरीज सामने आया था. उसके बाद डेंगू से बीमार मरीजों की लंबी फेहरिस्त तैयार हो गयी. 70 से ज्यादा लोगों की मौत भी हो चुकी है. चार सौ की संख्या में अभी भी मरीज अस्पताल में भर्ती हैं.

डेंगू महामारी के बीच भी नहीं सुधर रही अस्पतालों की व्यवस्था
डेंगू महामारी के बीच भी नहीं सुधर रही अस्पतालों की व्यवस्था
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Published : Sep 8, 2021, 12:20 PM IST

फिरोजाबाद : जिले में वायरल बुखार और डेंगू आदि के चलते अब तक सैकड़ों लोग बीमार पड़ चुके हैं और 70 से ज्यादा मौतें हो चुकीं हैं. हालांकि अस्पतालों में अब भी व्यवस्था में सुधार नहीं हो पा रहा. मरीज और उनके परिजनों को खाने पीने की दिक्कतें पेश आ रहीं हैं. अस्पतालों में कैंटीन आदि की व्यवस्था सुचारू नहीं है. वहीं अस्पताल में मरीज के अलावा केवल एक तीमारदार को ही खाना देते हैं. इससे अन्य तीमारदारों को भूखा रहना पड़ता है.

बता दें कि फिरोजाबाद जिले में डेंगू एक महामारी का रूप ले चुकी है. 18 अगस्त को पहला मरीज सामने आया था. उसके बाद डेंगू से बीमार मरीजों की लंबी फेहरिस्त तैयार हो गयी. 70 से ज्यादा लोगों की मौत भी हो चुकी है. चार सौ की संख्या में अभी भी मरीज अस्पताल में भर्ती हैं. हालत यह है कि मेडिकल कॉलेज के जिस अस्पताल की क्षमता 100 बेड की थी, उस में 400 से ज्यादा पेशेंट भर्ती हैं.

डेंगू ने सबसे ज्यादा अटैक छोटे बच्चों पर किया है. जिन 70 लोगों की मौत हुई है, उनमें 50 से अधिक छोटे बच्चे ही हैं जिनकी उम्र 15 साल से कम है. हालांकि बीमारी के रोकथाम के उपाय भी किए जा रहे हैं. लखनऊ से विशेषज्ञ आए हुए हैं. 30 अगस्त को खुद मुख्यमंत्री आए थे. उसके अलावा लखनऊ के ही बड़े अधिकारी फिरोजाबाद आए जिन्होंने व्यवस्थाओं को देखा और बीमारी रोकने के दिशा निर्देश दिए.


यह भी पढ़ें : डेंगू पीड़ितों के लिए मददगार बनी खाकी, 23 जवानों ने किया ब्लड डोनेट

उधर, मेडिकल कॉलेज प्रशासन मरीज को तो खाना देता है लेकिन मरीज के तीमारदारों को भूखा ही रहना पड़ता है. तीमारदारों का कहना है कि अस्पतान की ओर से केवल एक तीमारदार को ही खाना उपलब्ध कराया जा रहा है. वहीं, कैंटीन की भी कोई व्यवस्था नहीं है. ऐसे में उन्हें परेशानी हो रही है.

मेडिकल कालेज की प्रचार्या डाॅ. संगीता अनेजा ने कहा कि मरीज के एक तीमारदार को कालेज की ओर से भोजन उपलब्ध करा रहे हैं. सभी से यही अनुरोध किया गया है कि एक मरीज के साथ एक तीमारदार आए. राजनीतिक दलों द्वारा कैंप लगाकर खाना बांटने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इससे अव्यवस्था बढ़ेगी. इस संबंध कार्रवाई को लेकर डीएम को चिट्ठी लिखी जा रही है.

फिरोजाबाद : डेंगू महामारी के बीच भी नहीं सुधर रही अस्पतालों की व्यवस्था

कांग्रेस ने लगाया है मेडिकल कालेज में कैंप

बता दें कि कांग्रेस ने मेडिकल कॉलेज के बाहर एक कैंप लगाकर तीमारदारों को खाना बांटना शुरू किया है. इसे लेकर अस्पताल प्रशासन काफी नाराज है. उनका कहना है कि बेवजह राजनीतिक फायदा लेने और अव्यवस्था फैलाने की कोशिश की जा रही है. वहीं कांग्रेस के जिलाध्यक्ष संदीप ने कहा कि उनकी पार्टी की ओर से मरीजों की सेवा करने के लिए यह कैंप लगाया गया है.

फिरोजाबाद : जिले में वायरल बुखार और डेंगू आदि के चलते अब तक सैकड़ों लोग बीमार पड़ चुके हैं और 70 से ज्यादा मौतें हो चुकीं हैं. हालांकि अस्पतालों में अब भी व्यवस्था में सुधार नहीं हो पा रहा. मरीज और उनके परिजनों को खाने पीने की दिक्कतें पेश आ रहीं हैं. अस्पतालों में कैंटीन आदि की व्यवस्था सुचारू नहीं है. वहीं अस्पताल में मरीज के अलावा केवल एक तीमारदार को ही खाना देते हैं. इससे अन्य तीमारदारों को भूखा रहना पड़ता है.

बता दें कि फिरोजाबाद जिले में डेंगू एक महामारी का रूप ले चुकी है. 18 अगस्त को पहला मरीज सामने आया था. उसके बाद डेंगू से बीमार मरीजों की लंबी फेहरिस्त तैयार हो गयी. 70 से ज्यादा लोगों की मौत भी हो चुकी है. चार सौ की संख्या में अभी भी मरीज अस्पताल में भर्ती हैं. हालत यह है कि मेडिकल कॉलेज के जिस अस्पताल की क्षमता 100 बेड की थी, उस में 400 से ज्यादा पेशेंट भर्ती हैं.

डेंगू ने सबसे ज्यादा अटैक छोटे बच्चों पर किया है. जिन 70 लोगों की मौत हुई है, उनमें 50 से अधिक छोटे बच्चे ही हैं जिनकी उम्र 15 साल से कम है. हालांकि बीमारी के रोकथाम के उपाय भी किए जा रहे हैं. लखनऊ से विशेषज्ञ आए हुए हैं. 30 अगस्त को खुद मुख्यमंत्री आए थे. उसके अलावा लखनऊ के ही बड़े अधिकारी फिरोजाबाद आए जिन्होंने व्यवस्थाओं को देखा और बीमारी रोकने के दिशा निर्देश दिए.


यह भी पढ़ें : डेंगू पीड़ितों के लिए मददगार बनी खाकी, 23 जवानों ने किया ब्लड डोनेट

उधर, मेडिकल कॉलेज प्रशासन मरीज को तो खाना देता है लेकिन मरीज के तीमारदारों को भूखा ही रहना पड़ता है. तीमारदारों का कहना है कि अस्पतान की ओर से केवल एक तीमारदार को ही खाना उपलब्ध कराया जा रहा है. वहीं, कैंटीन की भी कोई व्यवस्था नहीं है. ऐसे में उन्हें परेशानी हो रही है.

मेडिकल कालेज की प्रचार्या डाॅ. संगीता अनेजा ने कहा कि मरीज के एक तीमारदार को कालेज की ओर से भोजन उपलब्ध करा रहे हैं. सभी से यही अनुरोध किया गया है कि एक मरीज के साथ एक तीमारदार आए. राजनीतिक दलों द्वारा कैंप लगाकर खाना बांटने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इससे अव्यवस्था बढ़ेगी. इस संबंध कार्रवाई को लेकर डीएम को चिट्ठी लिखी जा रही है.

फिरोजाबाद : डेंगू महामारी के बीच भी नहीं सुधर रही अस्पतालों की व्यवस्था

कांग्रेस ने लगाया है मेडिकल कालेज में कैंप

बता दें कि कांग्रेस ने मेडिकल कॉलेज के बाहर एक कैंप लगाकर तीमारदारों को खाना बांटना शुरू किया है. इसे लेकर अस्पताल प्रशासन काफी नाराज है. उनका कहना है कि बेवजह राजनीतिक फायदा लेने और अव्यवस्था फैलाने की कोशिश की जा रही है. वहीं कांग्रेस के जिलाध्यक्ष संदीप ने कहा कि उनकी पार्टी की ओर से मरीजों की सेवा करने के लिए यह कैंप लगाया गया है.

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