फिरोजाबाद : झारखंड में तैनात सीआरपीएफ के जिस जवान ने गोली मारकर खुदकुशी की, उसे रविवार को गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम विदाई दी गई. इस दौरान पूरा वातावरण शोकमग्न था. न केवल परिवार बल्कि शव यात्रा में शामिल सैकड़ों लोगों ने नम आंखों से मृतक सीआरपीएफ के जवान को अंतिम विदाई दी.
इस दौरान मृतक की पत्नी ने आरोप लगाया कि यह खुदकुशी नहीं बल्कि हत्या है. मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए. बताते चलें कि फ़िरोज़ाबाद जनपद के शिकोहाबाद शहर के मोहल्ला गंगा नगर निवासी दिलीप पुत्र छोटेलाल उम्र 34 साल केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल यानी सीआरपीएफ में बतौर सिपाही के पद पर तैनात था.
उसकी पोस्टिंग झारखंड के नक्सल प्रभावित इलाके लोहरदगा जनपद के पेशरार थाना क्षेत्र मे 158वीं बटालियन में चैनपुर पिकेट में थी. शुक्रवार को दिलीप ने अपनी इंसास राइफल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. शनिवार को परिजनों को सीआरपीएफ मुख्यालय से इस आशय की जानकारी फोन कॉल द्वारा दी गयी.
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जानकारी मिलने के बाद परिजनों में कोहराम मच गया. सभी का रो-रोकर बुरा हाल है. आत्महत्या की कहानी परिजनों के गले नहीं उतर रही है. दिलीप के पिता छोटेलाल का कहना है कि उनके बेटे के साथ कोई अनहोनी हुई है. वह आत्महत्या नहीं कर सकता. मृतक दिलीप दो भाइयों में सबसे बड़ा था और कुछ दिन पहले ही छुट्टियां बिताकर 19 नवंबर को ही गया था.
दिलीप के एक बेटा तन्मय जो कि 11 साल चार साल की एक बेटी है. शनिवार देर रात दिलीप का शव उनके पैतृक आवास गंगा नगर पहुंचा. शव पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया. आसपास के लोग भी इकट्ठे हो गए. दिलीप की मौत से सभी की आंखें नम थीं. रविवार की सुबह गार्ड ऑफ ऑनर के साथ दिलीप को अंतिम विदाई दी गयी.
मृतक के 11 वर्षीय बेटे में अपने पिता को मुखाग्नि दी. इस दौरान मृतक की पत्नी प्रीती ने आरोप लगाया कि दिलीप की मौत खुदकुशी नहीं बल्कि हत्या है. मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए.