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फिरोजाबाद : असम से दिल्ली जा रही बस एक्सप्रेस-वे पर खंभे से टकराई, 2 लोगों की मौत, 20 से ज्यादा घायल

फिरोजाबाद में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर एक तेज रफ्तार बस खंभे से टकरा गई. इस हादसे में दो लोगों मौत हो गई, जबकि 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए. बस असम से दिल्ली जा रही थी.

फिरोजाबाद में बस हादसा
फिरोजाबाद में बस हादसा
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Published : Aug 18, 2021, 9:11 AM IST

Updated : Aug 18, 2021, 10:03 AM IST

फिरोजाबाद : असाम से दिल्ली जा रही एक प्राइवेट बस यूपी के फिरोजाबाद जिले में हादसे का शिकार हो गई. लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर ये बस अनियंत्रित होकर एक खंभे से टकरा गई. इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक यात्री घायल हो गए. घायलों में से 18 यात्रियों को शिकोहाबाद के संयुक्त अस्पताल में भर्ती कराया गया है. कुछ यात्रियों को इलाज के लिए सैफई भी भर्ती कराया गया है. आशंका यह जताई जा रही है कि चालक को झपकी आने की वजह से यह हादसा हुआ है. बस में करीब 50 लोग सवार थे और सभी लोग दिल्ली जा रहे थे.

हादसे का शिकार हुए सभी लोग मजदूर बताया रहे हैं जो दिल्ली में काम की तलाश में जा रहे थे. इस दौरान बुधवार सुबह चार बजे के करीब लखनऊ-आगरा एक्स्प्रेस-वे पर बस हादे का शिकार हो गई. ये हादसा फिरोजाबाद जिले के नसीरपुर थाना क्षेत्र में हुआ.

घायलों ने बताया कि बस असम से दिल्ली जा रही थी इस दौरान नसीरपुर थाना क्षेत्र में एक्सप्रेस-वे के खंभा नंबर 56 के पास पहुंचे पर बस अनियंत्रित हो गई और खंभे से टकरा गई. इसके बाद यात्रियों में चीख-पुकार मच गई. इस बीच कुछ यात्रियों ने पुलिस और यूपीडा को हादसे की जानकारी दी. जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस और यूपीडा की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं और राहत और बचाव कार्य शुरू करते हुए घायलों को बाहर निकाला 18 घायलों को संयुक्त अस्पताल शिकोहाबाद भेजा गया है और कुछ यात्रियों को मिनी पीजीआई सैफई के लिए रेफर किया गया है. यूपीडा के सुरक्षा कर्मचारियों ने बताया कि दो यात्रियों की मौत हो चुकी है.

इसे भी पढ़ें: फिरोजाबाद : मुठभेड़ में इनामी बदमाश को लगी गोली, दो अरेस्ट

शिकोहाबाद के संयुक्त अस्पताल में तैनात डॉक्टर शिव कुमार कर्दम ने बताया कि अस्पताल में 17 घायलों को इलाज के लिए लाया गया था, जिनमें से पांच यात्रियों को फ्रेक्चर हुआ है. जो यात्री गंभीर है उन्हें जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है, जबकि अन्य घायल यात्रियों को भर्ती कर लिया गया है. वहीं, नसीरपुर थाना पुलिस का कहना है कि हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर गयी थी और सभी घायलों को अस्पताल भेजा गया है. दुर्घटनाग्रस्त बस को हटवाकर यातायात को सुचारु करा दिया गया है. इस मामले में जो भी विधिक कार्रवाई है वह की जा रही है.

उत्तर प्रदेश में तेज रफ्तार का कहर जारी है. बीते दिनों 28 जुलाई को बाराबंकी में हुए बस हादसे में 19 लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद इन हादसों पर रोक लगाने के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए गए. ऐसे में आए दिन होने वाली सड़क दुर्घटनाएं अपने आप में एक बड़ा सवाल खड़ा कर रही हैं कि तमाम नियम कानून के बावजूद सड़क हादसों में हो रही बढ़ोतरी का आखिर क्या कारण है. कुछ आंकड़ें हैं जो चिंता बढ़ाने वाले हैं. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की ओर से गत वर्ष 31 अगस्त को जारी किए गए आंकड़ों पर गौर करें तो सड़क हादसों में होने वाली कुल मौतों का 15 प्रतिशत हिस्सा उत्तर प्रदेश का है. यह एक बड़ी संख्या है. सभी राज्यों में, यूपी ने 2019 में सबसे ज्यादा मौतें सड़क दुर्घटनाओं में दर्ज की हैं. 2019 में उत्तर प्रदेश में 23,285 लोगों की मौत हुई थी.

वहीं, आवारा पशुओं की एक्सप्रेस वे और राष्ट्रीय राजमार्गों पर बेखौफ आवाजाही और नशे में ड्राइविंग उत्तर प्रदेश में सड़क हादसों में होने वाली मौतों का सबसे बड़ा कारण बनते हैं. यूपी में हर घंटे सड़क दुर्घटनाओं में औसतन तीन लोगों की मौतें होती हैं. यूपी में हर साल 35 हजार सड़क हादसे होते हैं. करीब 22 हजार लोगों की असमय मौत हो जाती है. 71 फीसदी हादसे चालक की लापरवाही से होते हैं. वहीं 37 फीसदी हादसे ओवर स्पीड से होते हैं.

फिरोजाबाद : असाम से दिल्ली जा रही एक प्राइवेट बस यूपी के फिरोजाबाद जिले में हादसे का शिकार हो गई. लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर ये बस अनियंत्रित होकर एक खंभे से टकरा गई. इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक यात्री घायल हो गए. घायलों में से 18 यात्रियों को शिकोहाबाद के संयुक्त अस्पताल में भर्ती कराया गया है. कुछ यात्रियों को इलाज के लिए सैफई भी भर्ती कराया गया है. आशंका यह जताई जा रही है कि चालक को झपकी आने की वजह से यह हादसा हुआ है. बस में करीब 50 लोग सवार थे और सभी लोग दिल्ली जा रहे थे.

हादसे का शिकार हुए सभी लोग मजदूर बताया रहे हैं जो दिल्ली में काम की तलाश में जा रहे थे. इस दौरान बुधवार सुबह चार बजे के करीब लखनऊ-आगरा एक्स्प्रेस-वे पर बस हादे का शिकार हो गई. ये हादसा फिरोजाबाद जिले के नसीरपुर थाना क्षेत्र में हुआ.

घायलों ने बताया कि बस असम से दिल्ली जा रही थी इस दौरान नसीरपुर थाना क्षेत्र में एक्सप्रेस-वे के खंभा नंबर 56 के पास पहुंचे पर बस अनियंत्रित हो गई और खंभे से टकरा गई. इसके बाद यात्रियों में चीख-पुकार मच गई. इस बीच कुछ यात्रियों ने पुलिस और यूपीडा को हादसे की जानकारी दी. जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस और यूपीडा की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं और राहत और बचाव कार्य शुरू करते हुए घायलों को बाहर निकाला 18 घायलों को संयुक्त अस्पताल शिकोहाबाद भेजा गया है और कुछ यात्रियों को मिनी पीजीआई सैफई के लिए रेफर किया गया है. यूपीडा के सुरक्षा कर्मचारियों ने बताया कि दो यात्रियों की मौत हो चुकी है.

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शिकोहाबाद के संयुक्त अस्पताल में तैनात डॉक्टर शिव कुमार कर्दम ने बताया कि अस्पताल में 17 घायलों को इलाज के लिए लाया गया था, जिनमें से पांच यात्रियों को फ्रेक्चर हुआ है. जो यात्री गंभीर है उन्हें जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है, जबकि अन्य घायल यात्रियों को भर्ती कर लिया गया है. वहीं, नसीरपुर थाना पुलिस का कहना है कि हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर गयी थी और सभी घायलों को अस्पताल भेजा गया है. दुर्घटनाग्रस्त बस को हटवाकर यातायात को सुचारु करा दिया गया है. इस मामले में जो भी विधिक कार्रवाई है वह की जा रही है.

उत्तर प्रदेश में तेज रफ्तार का कहर जारी है. बीते दिनों 28 जुलाई को बाराबंकी में हुए बस हादसे में 19 लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद इन हादसों पर रोक लगाने के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए गए. ऐसे में आए दिन होने वाली सड़क दुर्घटनाएं अपने आप में एक बड़ा सवाल खड़ा कर रही हैं कि तमाम नियम कानून के बावजूद सड़क हादसों में हो रही बढ़ोतरी का आखिर क्या कारण है. कुछ आंकड़ें हैं जो चिंता बढ़ाने वाले हैं. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की ओर से गत वर्ष 31 अगस्त को जारी किए गए आंकड़ों पर गौर करें तो सड़क हादसों में होने वाली कुल मौतों का 15 प्रतिशत हिस्सा उत्तर प्रदेश का है. यह एक बड़ी संख्या है. सभी राज्यों में, यूपी ने 2019 में सबसे ज्यादा मौतें सड़क दुर्घटनाओं में दर्ज की हैं. 2019 में उत्तर प्रदेश में 23,285 लोगों की मौत हुई थी.

वहीं, आवारा पशुओं की एक्सप्रेस वे और राष्ट्रीय राजमार्गों पर बेखौफ आवाजाही और नशे में ड्राइविंग उत्तर प्रदेश में सड़क हादसों में होने वाली मौतों का सबसे बड़ा कारण बनते हैं. यूपी में हर घंटे सड़क दुर्घटनाओं में औसतन तीन लोगों की मौतें होती हैं. यूपी में हर साल 35 हजार सड़क हादसे होते हैं. करीब 22 हजार लोगों की असमय मौत हो जाती है. 71 फीसदी हादसे चालक की लापरवाही से होते हैं. वहीं 37 फीसदी हादसे ओवर स्पीड से होते हैं.

Last Updated : Aug 18, 2021, 10:03 AM IST
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