फिरोजाबाद: हाथरस से लेकर फिरोजाबाद जनपद तक के करीब 100 गांवों के किसानों की फसलों को पानी देने वाले हाथरस माइनर में बीते डेढ़ दशक से पानी नहीं आया है. इस समस्या से परेशान किसानों के समर्थन में उतरते हुए भारतीय किसान यूनियन (भानू) के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को फिरोजाबाद में चक्का जाम किया. कार्यकर्ता टूण्डला-एटा रोड पर धरने पर बैठ गए. उनका कहना था कि जब तक मुख्यमंत्री या शासन स्तर का कोई अधिकारी यह नहीं बता देता कि पानी कब तक आएगा, वह यहां से हटने वाले नहीं हैं.
हाथरस नहर से कटकर फिरोजाबाद जिले तक गए हाथरस माइनर की लंबाई करीब 74 किलोमीटर है. यह माइनर हाथरस जनपद से शुरू होता है और फिरोजाबाद के नारखी ब्लॉक के तमाम गांव, नगला बीच चौराहे से होकर फिरोजाबाद शहर से गुजरता है. यह फिरोजाबाद ब्लॉक के फतेहपुर गांव पर जाकर खत्म होता है. कभी इस माइनर में खूब पानी आता था, लेकिन बीते 15 साल से इसकी न तो सफाई ही हुई है और ना ही इसमें पानी ही आया है. कई बार लोगों ने मांग भी की, लेकिन सिंचाई विभाग ने पानी की कमी का रोना रोकर इसमें पानी नहीं छोड़ा.
यह समस्या अब बड़ी बन गई है. किसानों की इस मांग के समर्थन में भारतीय किसान यूनियन भानू उतर आई है. किसान यूनियन ने पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को टूण्डला-एटा मार्ग पर चक्का जाम करते हुए जमकर प्रदर्शन किया. साथ ही अफसरों को खरी-खोटी भी सुनाई. किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष योगेश कुमार ने बताया कि स्थानीय अफसरों से कहते-कहते तो थक गए हैं. अब मुख्यमंत्री से बात करने के बाद ही यह धरना खत्म होगा.
हालांकि किसान यूनियन के चक्का जाम की खबर मिलने पर टूंडला के एसडीएम, कई थानों की फोर्स, पीएसी, सिंचाई विभाग के अफसर भी मौके पर पहुंच गए. जहां उन्होंने किसान यूनियन को बताया कि इस माइनर की मरम्मत की डीपीआर बनाकर शासन को भेज दी गयी है. जल्द ही इसमें पानी आ जाएगा.