फिरोजाबाद : जनपद में शनिवार को हुयी बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि के कारण फसलों में काफी नुकसान हुआ है. फसलों में हुए नुकसान के कारण किसान परेशान हैं. किसान चाहते हैं कि सरकार बारिश के कारण खराब हुई फसलों का सर्वे कराए और उन्हें मुआवजा दिया जाय. इसी मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन भानू गुट के पदाधिकारियों ने सोमवार को जनपद के नारखी विकास खंड कार्यालय पर प्रदर्शन किया. यहां जब कोई सक्षम अधिकारी नहीं मिला तो किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने न केवल जमकर हंगामा किया बल्कि कर्मचारियों को बाहर निकालकर तालाबंदी भी कर दी.
दरअसल, फिरोजाबाद जिले में गेंहू, आलू के साथ-साथ सरसों और नारखी इलाके में मिर्च की खेती बड़े पैमाने पर होती है. शनिवार को हुई बरसात और ओलावृष्टि से इन फसलों में काफी नुकसान हुआ है.आलू की फसल में पानी भरने और मिट्टी के बिखरने के कारण आलू बाहर निकल आया है. अब आलू के हरे होने के साथ-साथ उसके सड़ने का भी खतरा पैदा हो गया है. वहीं सरसों की फसल को भी बहुत नुकसान हुआ है. गेंहू की फसल भी खेतों में गिर चुकी है और यही हाल मिर्च की खेती का भी है.
वहीं कृषि विभाग का दावा है कि जो फसलें प्रभावित हुईं हैं उनका सर्वे कराने के बाद रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी. इसके बाद भी भारतीय किसान यूनियन भानू के पदाधिकारियों ने सोमवार को ही नारखी के खंड विकास कार्यालय पर धरना देने शुरू कर दिया. उनका कहना था कि मुआवजे में विलम्ब न हो. विरोध प्रदर्शन के दौरान जब कोई सक्षम अफसर नहीं मिला तो पदाधिकारियों ने कार्यालय में तालाबंदी कर डाली. जानकारी मिलने पर एसडीएम सदर मनोज कुमार मौके पर पहुंचे और किसानों को समझा बुझा कर मामला शांत कराया. उन्होंने बताया कि खराब फसलों का सर्वे कराया जा रहा है और रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी. प्रभावित किसानों को मुआवजा मिले इसकी व्यवस्था की जायेगी.
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