फतेहपुर: यूपी के फतेहपुर जिले में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर स्वास्थ्य परीक्षण कराने वाली गर्भवती महिलाओं की अल्ट्रासाउंड जांच के लिए दो सेंटर अनुबंधित किए गए हैं. इसके लिए गर्भवती को केंद्र संचालक को ई-रूपे का बारकोड दिखाना होगा. जो जनपद मुख्यालय से हर पात्र महिला को दिया जा रहा है. इस बार कोड को स्कैन करते ही जांच की फीस सीधे केंद्र संचालक के खाते में पहुंच जाएगी.
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुनील भारतीय का कहना है कि हमारा उद्देश्य जननी सुरक्षा योजना के तहत गर्भवती को सभी सेवाएं मुफ्त मुहैया कराना है. स्वास्थ्य परीक्षण कराने वाली गर्भवती के अल्ट्रासाउंड जांच के लिए दो सेंटर अनुबंधित किये गए हैं. गर्भवती केंद्र संचालक को ई-रूपे का बारकोड दिखाकर इसका लाभ ले सकती हैं.
नोडल अधिकारी और एसीएमओ डॉ. इश्तियाक अहमद ने बताया कि प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप (पीपीपी) के तहत अभी जिले के दो खागा और बिंदकी अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर गर्भवती की मुफ्त जांच की जा रही है. गर्भवती महिलाओं की सुविधा के लिए जल्द ही जिले के अन्य प्राइवेट अल्ट्रासाउंड सेंटरों को इसमें शामिल किया जाएगा.
डिस्ट्रिक्ट मैटरनल हेल्थ कंसल्टेंट आलोक कुमार बताते हैं कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर उन गर्भवती का नाम, पता व मोबाइल नंबर जिले पर उपलब्ध कराएंगे, जिन्हें अल्ट्रासाउंड जांच लिखी गई है. इसके बाद जिला स्तर पर बनाकर ई-रूपे वाउचर बनाकर लाभार्थियों के मोबाइल पर भेज दिया जाएगा. ये बार कोड एक महीने तक मान्य रहेगा. उन्होंने बताया कि अभी नौ फरवरी और 24 फरवरी को संपन्न हुए सुरक्षित मातृत्व अभियान के दिन 20 वाउचर के जरिए महिलाओं ने सुविधा ली है.
जननी सुरक्षा योजना (जेएसवाई) के तहत गर्भवती को सभी सेवाएं मुफ्त दी जाती हैं. प्रत्येक माह की नौ तारीख को जनपद के सभी स्वास्थ्य इकाई व 24 तारीख को जनपद के सभी चार प्रथम संदर्भन इकाई (फर्स्ट रेफरल यूनिट) में प्रधानमंत्री-सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस मनाया जाता है. जिसमें स्त्री रोग विशेषज्ञ अथवा एमबीबीएस चिकित्सक गर्भवती की समस्त प्रसव पूर्व जांच कर उनका उपचार करती हैं.
गर्भवती को जरूरत के अनुसार खून की जांच व अल्ट्रासाउंड भी लिखा जाता है. अस्पतालों में मुफ्त अल्ट्रासाउंड की सुविधा न होने के कारण इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक नई व्यवस्था शुरू की गयी हैं, जिसके अंतर्गत मुफ्त जांच के प्रावधान हैं और इसके लिए स्वास्थ्य महकमे ने खागा और बिंदकी में कुल दो निजी केंद्रों को अनुबंधित किया हैं. इन केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं की मुफ्त अल्ट्रासाउंड जांच होती है.
योजना के बारे में क्या बोले लाभार्थीः खागा की रहने वाली शबाना का नौ माह में अल्ट्रासाउंड कराया गया. उन्होंने बताया कि अब संस्थागत सुरक्षित प्रसव भी हो गया है. जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं. बताया कि सरकार की फ्री अल्ट्रासाउंड सुविधा से गरीबों को बहुत लाभ मिलेगा. वहीं बिंदकी की रहने वाली सोहद्रा ने बताया कि वह सात महीने की गर्भवती हैं. बिंदकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड की सलाह दी तो स्वास्थ्य केंद्र की ओर से मिले ई-रूपे वाउचर से मुफ्त अल्ट्रासाउंड कराया है. ये सरकार की बहुत अच्छी योजना है.