फतेहपुर: जनपद में बिजली कर्मियों द्वारा की जा रही 72 घंटे की हड़ताल से हाहाकार मच गया है. शहर में शुक्रवार की रात लोगों का आक्रोश सड़कों पर फूट पड़ा. यहां लोग सड़कों पर उतर कर बिजली विभाग और उर्जा मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
प्रदेश में बिजली कर्मियों द्वारा की गई 72 घंटे की हड़ताल का व्यापक असर फतेहपुर शहर में देखने को मिला. यहां बिजली व्यवस्था पूरी तरीके से चरमरा गई है. जिसके बाद शाम 8 बजे के करीब शहर के प्रमुख चौराहे पत्थरकटा पर लोगों की भीड़ जमा हो गई. सड़कों पर उतरे आक्रोशित लोगों ने बिजली विभाग मुर्दाबाद ,ऊर्जा मंत्री मुर्दाबाद और जिला प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए. जिला प्रशासन द्वारा मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है. सूचना पर सदर तहसीलदार भी मौके पर पहुंचे गए. उन्होंने नाराज भीड़ को काफी समझाने का प्रयास किया. लेकिन गुस्साई भीड़ ने उन्हें वापस लौटा दिया.
अंधेरे में डूबा शहर प्रशासन की बदइंतजामी की पोल खोल रहा है. बिजली विभाग के हड़ताल को देखते हुए जिला प्रशासन की तरफ से आपूर्ति बाधित ना हो इसके लिए पुलिस विभाग, आईटीआई के छात्र, पॉलिटेक्निक के छात्रों आदि की ड्यूटी लगाई गई थी. लेकिन जिला प्रशासन का यह सारा इंतजाम धरा का धरा रह गया. मुराईनटोला, हरिहरगंज शांतिनगर आदि बिजली केंद्रों में 24 घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका है. लेकिन बिजली की आपूर्ति लगातार बाधित चल रही है. फतेहपुर जिले के 10 से अधिक फीडरों में 24 घंटा से ज्यादा का समय बीत चुका है. लेकिन ब्रेकडाउन की स्थिति बनी हुई है. शहर भयावह हालात के बीच पानी की समस्या विकराल रूप धारण करती जा रही है.