फतेहपुर: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने विधाससभा में मंगलवार को वित्तीय वर्ष 2020-21 का बजट पेश किया. जिसे जिले के लोगों ने निराशा जनक और किसान विरोधी बताया है.
सुनील मिश्रा ने कहा कि बजट में सरकार ने किसानों के लिए कुछ भी नहीं दिया है. आवारा गौवंशों को लेकर कोई विचार नहीं किया गया है. अधिवक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है. यह आम जनमानस का विरोधी बजट है. दीनदयाल ने कहा कि इस इस बजट में न तो किसानों को लिए कुछ किया गया है न हीं व्यापारियों के लिए. यह सरकार लोगों के साथ सिर्फ छलावा कर रही है.
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वकील शाश्वत गर्ग ने कहा कि बजट में शैक्षणिक विकास लिए भी सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया है. अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों को कक्षा 12 पास करने पर लैपटॉप देने की घोषणा पर बोलते हुए कहा कि यह सभी वर्ग के बच्चों के लिए लागू करना चाहिए. सभी को शिक्षित करने के लिए सरकार को समान कदम उठाने चाहिए.