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Naya Savera Yojana: फतेहपुर में 30 हजार बुजुर्गों का लाठी बनी पुलिस, घर-घर जाकर रोज ले रही हाल-चाल

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में नया सवेरा योजना ( Naya Savera Yojana) के अंतर्गत 30 हजार से अधिक बुजुर्ग पंजीकृत करा चुके हैं. इस तरह बुजुर्गों की कुंडी खटखटा कर यूपी पुलिस प्रतिदिन उनका कुशलक्षेम पूछ रही है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 6, 2023, 12:35 PM IST

फतेहपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में नया सवेरा योजना के अंतर्गत 30 हजार से ज्यादा पंजीकृत बुजुर्गों की कुंडी खटखटा कर पुलिस प्रतिदिन कुशलक्षेम पूछ रही है. अकूत संपत्ति के मालिक होने के बावजूद कुछ बुजुर्ग अपने घरों में अकेले रहकर जिंदगी गुजार रहे हैं. बुजुर्ग पंजीकृत बुजुर्ग मोबाइल से 112 डॉयल करते हैं तो बीट सिपाही के पास संदेश पहुंच जाता है और वह मदद करने के लिए पहुंच जाता है.

  • वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा के दृष्टिगत चलाये जा रहे #OperationSavera के क्रम में #Spfhr के द्वारा थाना ऱाधानगर क्षेत्रांर्तगत देवीगंज में बुर्जुग दंपति से मुलाकात कर कुशल क्षेम पूछते हुए आश्वस्त किया गया कि पुलिस बुर्जुगों एवं वरिष्ठ नागरिकों की सेवा व सुरक्षा हेतु कटिबद्ध है। pic.twitter.com/sGnNxcJh3b

    — FATEHPUR POLICE (@fatehpurpolice) October 5, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
फतेहपुर जनपद के करीब 30 हजार से ज्यादा बुजुर्गों के जीवन में खाकी बुढ़ापे की लाठी बन गई है. करीब 3 साल पहले शुरू हुए "नया सवेरा योजना" के पंजीकृत बुजुर्गों की कुंडी खटखटा-खटखटा कर पुलिस प्रतिदिन उनसे कुशलक्षेम पूछ रही है. बुजुर्गों के सेहत व उनकी व्यक्तिगत समस्याओं का तत्काल निस्तारण कर हर वक्त मदद करने का आश्वासन भी दे रही है. जिले में कई ऐसे दंपति या अकेले रहने वाले बुजुर्ग हैं. जिनके अपनों के पास संपत्ति तो अकूत है. लेकिन बाहर काम करने की वजह से उनके बच्चे बाहर रहते हैं. इस वजह से उनकी देखभाल के लिए किसी के पास समय नहीं है. ऐसे में अपने घरों में अकेले रहकर बुजुर्ग जिंदगी गुजार रहे हैं और स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. कई बार दवाएं या कोई महत्वपूर्ण सामान लाने के लिए वह परेशान हो जाते हैं. बुजुर्गों की जमीनों पर कब्जे का प्रयास होने की शिकायतें आमबात हो गई हैं. इन बुजुर्गों की देखरेख के लिए पुलिस "नया सवेरा योजना" के तहत 30 हजार 496 बुजुर्गों का नाम, पता और मोबाइल नंबर डॉयल 112 के कंट्रोल रूप में फीड करा चुकी है.

पुलिस रोज पूछती है बुजुर्गों का कुशलक्षेम
" नया सवेरा योजना" के तहत बुजुर्गों का पंजीकरण करने के लिए थाने की पुलिस घर में अकेले रहने वाले बुजुर्गों का सत्यापन कर उनका नाम, पता और मोबाइल नंबर डॉयल 112 के कंट्रोल रूम में फीड कराती है. पुलिस रोज इनका कुशलक्षेम पूछती है. आपात काल में दवाई, सामान और फिर अन्य जरूरत पड़ने पर पंजीकृत बुजुर्ग मोबाइल से 112 डॉयल करते हैं तो बीट सिपाही के पास संदेश पहुंच जाता है और वह मदद करने के लिए हाजिर हो जाता है.


एसपी उदय शंकर सिंह ने बताया कि अकेले रहने वाले बुजुर्गो का "नया सवेरा योजना" के तहत पंजीकरण किया जा रहा है. आपात स्थिति में वह 112 नंबर पर कॉल कर सकते हैं. पुलिस तत्काल मदद के लिए जाएगी. गश्त के दौरान पीआरवी और थाना पुलिस बुजुर्गो का कुशलक्षेम लेकर उनकी मदद कर रही है. उन्हें किसी भी तरह की समस्या नहीं होगी.

यह भी पढे़ं- सवेरा योजना बनी महिलाओं का सहारा, महिलाओं को पहुंचाया घर

यह भी पढे़ं- अकेले रहने वाले बुजुर्गों का गोरखपुर पुलिस रखेगी ख्याल, जानिए कैसे ?

फतेहपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में नया सवेरा योजना के अंतर्गत 30 हजार से ज्यादा पंजीकृत बुजुर्गों की कुंडी खटखटा कर पुलिस प्रतिदिन कुशलक्षेम पूछ रही है. अकूत संपत्ति के मालिक होने के बावजूद कुछ बुजुर्ग अपने घरों में अकेले रहकर जिंदगी गुजार रहे हैं. बुजुर्ग पंजीकृत बुजुर्ग मोबाइल से 112 डॉयल करते हैं तो बीट सिपाही के पास संदेश पहुंच जाता है और वह मदद करने के लिए पहुंच जाता है.

  • वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा के दृष्टिगत चलाये जा रहे #OperationSavera के क्रम में #Spfhr के द्वारा थाना ऱाधानगर क्षेत्रांर्तगत देवीगंज में बुर्जुग दंपति से मुलाकात कर कुशल क्षेम पूछते हुए आश्वस्त किया गया कि पुलिस बुर्जुगों एवं वरिष्ठ नागरिकों की सेवा व सुरक्षा हेतु कटिबद्ध है। pic.twitter.com/sGnNxcJh3b

    — FATEHPUR POLICE (@fatehpurpolice) October 5, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
फतेहपुर जनपद के करीब 30 हजार से ज्यादा बुजुर्गों के जीवन में खाकी बुढ़ापे की लाठी बन गई है. करीब 3 साल पहले शुरू हुए "नया सवेरा योजना" के पंजीकृत बुजुर्गों की कुंडी खटखटा-खटखटा कर पुलिस प्रतिदिन उनसे कुशलक्षेम पूछ रही है. बुजुर्गों के सेहत व उनकी व्यक्तिगत समस्याओं का तत्काल निस्तारण कर हर वक्त मदद करने का आश्वासन भी दे रही है. जिले में कई ऐसे दंपति या अकेले रहने वाले बुजुर्ग हैं. जिनके अपनों के पास संपत्ति तो अकूत है. लेकिन बाहर काम करने की वजह से उनके बच्चे बाहर रहते हैं. इस वजह से उनकी देखभाल के लिए किसी के पास समय नहीं है. ऐसे में अपने घरों में अकेले रहकर बुजुर्ग जिंदगी गुजार रहे हैं और स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. कई बार दवाएं या कोई महत्वपूर्ण सामान लाने के लिए वह परेशान हो जाते हैं. बुजुर्गों की जमीनों पर कब्जे का प्रयास होने की शिकायतें आमबात हो गई हैं. इन बुजुर्गों की देखरेख के लिए पुलिस "नया सवेरा योजना" के तहत 30 हजार 496 बुजुर्गों का नाम, पता और मोबाइल नंबर डॉयल 112 के कंट्रोल रूप में फीड करा चुकी है.

पुलिस रोज पूछती है बुजुर्गों का कुशलक्षेम
" नया सवेरा योजना" के तहत बुजुर्गों का पंजीकरण करने के लिए थाने की पुलिस घर में अकेले रहने वाले बुजुर्गों का सत्यापन कर उनका नाम, पता और मोबाइल नंबर डॉयल 112 के कंट्रोल रूम में फीड कराती है. पुलिस रोज इनका कुशलक्षेम पूछती है. आपात काल में दवाई, सामान और फिर अन्य जरूरत पड़ने पर पंजीकृत बुजुर्ग मोबाइल से 112 डॉयल करते हैं तो बीट सिपाही के पास संदेश पहुंच जाता है और वह मदद करने के लिए हाजिर हो जाता है.


एसपी उदय शंकर सिंह ने बताया कि अकेले रहने वाले बुजुर्गो का "नया सवेरा योजना" के तहत पंजीकरण किया जा रहा है. आपात स्थिति में वह 112 नंबर पर कॉल कर सकते हैं. पुलिस तत्काल मदद के लिए जाएगी. गश्त के दौरान पीआरवी और थाना पुलिस बुजुर्गो का कुशलक्षेम लेकर उनकी मदद कर रही है. उन्हें किसी भी तरह की समस्या नहीं होगी.

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