फिरोजाबाद : निकाय चुनावों को लेकर सभी राजनीतिक दल कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं, वहीं फिरोजाबाद जनपद में भारतीय जनता पार्टी के 'बागी' नेता पार्टी उम्मीदवारों के लिए मुसीबत भी खड़ी कर सकते हैं. फिरोजाबाद नगर निगम के साथ-साथ नगर पालिका के चुनावों में भी टिकट वितरण से नाराज नेता बगावत कर चुनावी मैदान में उतर आए हैं. पार्टी के बड़े नेताओं को भी इनके विरोध का सामना करना पड़ रहा है.
सबसे पहले फिरोजाबाद नगर निगम में हो रहे महापौर के चुनाव की बात कर लेते हैं. यहां पर सभी राजनीतिक दलों ने अपने पत्ते खोल दिए हैं. भारतीय जनता पार्टी ने यहां पर कामिनी राठौर को अपना प्रत्याशी बनाया है तो समाजवादी पार्टी ने मसरूर फातिमा और बहुजन समाज पार्टी ने रुखसाना बेगम, कांग्रेस ने नुजत को चुनाव मैदान में उतारा है. सभी दलों को उम्मीद है कि उनका ही उम्मीदवार चुनाव जीतेगा, लेकिन इस चुनाव में भी जो 'बागी' नेता हैं वह अपने ही दल के लिए चुनौती बने हुए हैं. महापौर के लिए भारतीय जनता पार्टी से टिकट मांगने वाली उज्जवल गुप्ता ने भी निर्दलीय नामांकन दाखिल किया है. जाहिर है उज्जवल गुप्ता वैश्य वोट बैंक में सेंधमारी करेंगी. यह वोट बैंक भारतीय जनता पार्टी का माना जाता है. इसी तरह नगरपालिकाओं का भी यही हाल है. टूंडला नगरपालिका के लिए भारतीय जनता पार्टी ने दीपक राजोरिया को चुनाव मैदान में उतारा है, यहां पर भी भारतीय जनता पार्टी के नेता खुलकर बगावत कर रहे हैं. पार्टी के उपाध्यक्ष जय जीव पाराशर, भंवरपाल ने निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया है.
उनका कहना है कि 'वह काफी समय से टिकट मांग रहे थे उनकी उपेक्षा की गई है.' इसी तरह शिकोहाबाद में ब्रजेश की पत्नी अनीता यादव चुनाव मैदान में हैं. ब्रजेश भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय नेताओं में शुमार माने जाते हैं. जसराना सीट पर भी समाजवादी पार्टी को अपने ही नेताओं का विरोध झेलना पड़ रहा है. टिकट न मिलने से नाराज सपा नेता अंशुल यादव ने तो जसराना के विधायक सचिन यादव के गाड़ी के सामने बैठकर अपना विरोध जताया. उन्होंने विधायक से पूछा कि आखिर उन्हें टिकट क्यों नहीं दिया गया यह बताया जाए. विधायक का कहना था टिकट देना उनका काम नहीं है.
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