फतेहपुरः जाफर गंज थाना क्षेत्र में विक्षिप्त गैंगरेप पीड़िता ने बच्चे को जन्म दिया, लेकिन आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए हैं. पुलिस के अनुसार आरोपी ने हाईकोर्ट से स्टे ले रखा है. वहीं, पीड़िता की बहन का आरोप है कि जब से बच्चा हुआ है, उसके साथ गांव वाले बुरा व्यवहार कर रहे हैं. वह गांव के बाहर छप्पर डालकर रह रही है.
तीन के खिलाफ दर्ज है मुकदमा
बताया जा रहा है कि करीब नौ माह पहले गांव के दबंग लोगों ने विक्षिप्त युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था. इस मामले में पीड़िता ने 19 जून 2020 को जाफरगंज थाने में एक नामजद और दो अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था, लेकिन आरोपियों की अभी गिरफ्तारी नहीं हुई, जबकि करीब ढाई महीने पहले पीड़िता ने बच्चे को जन्म दिया है.
मां-बाप की हो चुकी है मौत
रेप पीड़िता की बहन का आरोप है कि बच्चे के जन्म के बाद गांव वाले उन लोगों के साथ अछूतों जैसा व्यवहार कर रहे हैं. उसके माता-पिता की कुछ महीने पहले ही बीमारी से मौत हो गई है. घर की पूरी जिम्मेदारी उसी के कंधे पर है. वह अपनी रेप पीड़िता बहन और दो छोटे भाइयों के साथ गांव के बाहर छप्पर डालकर रह रही है. विक्षिप्त युवती की जिम्मेदारी भी उसकी नाबालिग छोटी बहन को उठानी पड़ रही है.
आर्थिक संकट से जूझ रहा परिवार
आर्थिक रूप से कमजोर होने के चलते नवजात शिशु को भी रिश्तेदारों को देना पड़ा है, जिससे उसकी परवरिश हो सके. महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने लिए क्रान्ति फाउंडेशन चलाने वाली सौम्या सिंह पटेल ने पूरे मामले में पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाया है. वहीं, उनकी मांग है कि पुलिस इस पर त्वरित कार्रवाई करे.
सामूहिक दुष्कर्म का एक मामला सामने आया है. इस मामले में पहले ही FIR दर्ज हुई है, लेकिन आरोपी ने हाईकोर्ट से स्टे ले रखा है. इस वजह से उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. जांच में गांव वालों द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने की बात गलत पाई गई है. मामले में डीएनए टेस्ट की कार्रवाई अभी बाकी है.
-राजेश कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक