फतेहपुर: जिले के विजयीपुर विकास खण्ड के पहाड़पुर गांव में पीएम आवास को लेकर फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है. यहां गांव में पात्रों के नाम पर फर्जी आधार कार्ड बनाकर इसका लाभ अपात्रों को दिया गया और उनसे जमकर वसूली की गई. इस मामले को लेकर अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
पीएम आवास में फर्जीवाड़ा
दरअसल, विजयीपुर विकास खण्ड के पहाड़पुर गांव में पीएम आवास योजना का लाभ गलत तरीके से अपात्रों को दिए जाने की शिकायत गांव के ही रहने वाले रामचन्द्र शुक्ला ने प्रधानमंत्री कार्यालय को की थी. इसमें आरोप लगाया गया था कि गांव के प्रधान और पंचायत सेक्रेटरी ने मिलकर गलत तरीके से आवासों का आवंटन किया है और धनराशि आहरित कर ली है. प्रधानमंत्री कार्यालय से आख्या प्राप्त होने के बाद ग्रामीणों ने अभियंत्रण सेवा के अभियंता संजय श्रीवास्तव की अगुवाई में गठित की चार सदस्यीय टीम ने जब पूरे मामले की जांच की तो मामले का खुलासा हुआ.
चार सदस्यीय जांच टीम ने जांच में पाया कि गांव के राम पुत्र बाले को पीएम आवास योजना का लाभ न देकर उनके आधार कार्ड के नम्बर पर फर्जी आधार बनाया गया और आवास का लाभ गांव के ही अवधेश पुत्र जगन्नाथ को दिया गया. इसी तरह से चंदनिया पत्नी केशव की जगह सत्यवती पत्नी अभयराज को, रानीदेवी पत्नी सुंदर की जगह दर्शनिया पत्नी चैतू को और बुधिया पत्नी कांता के स्थान पर कल्पनी पत्नी रमाकांत को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया गया. इन सभी मामलों में फर्जी आधार कार्ड का सहारा लिया गया. चार सदस्यीय जांच टीम ने इन सभी मामलों में ग्राम प्रधान मदन सिंह, तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी संजय श्रीवास्तव और ग्राम प्रधान के पिता सदाशिव को दोषी पाया है.
जांच टीम की आख्या जनपद स्तरीय अधिकारियों को भेज दी गई है. इस पूरे मामले में दोषी पाए गए ग्राम प्रधान, उसके पिता और पंचायत सेक्रेटरी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के साथ ही कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
-गोपीनाथ पाठक, विजयीपुर ब्लाक के खंड विकास अधिकारी