फतेहपुरः प्रदेश में पंचायत चुनाव नजदीक आने के साथ ही वर्चस्व की जंग भी तेज हो गई है. इसी कारण कई स्थानों पर विवाद हो रहा है. ताजा मामला फतेहपुर जिले का है. यहां पंचायत चुनावों के प्रचार की होर्डिंग लगाने के चक्कर में निवर्तमान ब्लॉक प्रमुख और पूर्व ब्लॉक प्रमुख के बीच विवाद हो गया. आरोप है कि इस दौरान पूर्व ब्लॉक प्रमुख ने असलहे के बल पर अपने साथियों के साथ निवर्तमान ब्लॉक प्रमुख को जान से मारने की कोशिश की. साथ ही उनके दफ्तर में घुसकर सरकारी दस्तावेज फाड़ डाले. जिले के थरियांव थाना क्षेत्र के हंसवा विकास खंड परिसर में हुए इस पूरे घटनाक्रम में पूर्व ब्लॉक प्रमुख इन्द्रसेन यादव उनके बेटे समेत 5 नामजद और 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ थरियांव थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है.
विवाद की वजह
बताया जाता है कि हंसवा विकास खण्ड के पूर्व ब्लॉक प्रमुख ने हंसवा विकास खण्ड परिसर में ही स्थित पशुचिकित्सालय के भीतर पेड़ पर अपनी होर्डिंग लगवाई थी. सरकारी कैंपस में लगाई गई इस होर्डिंग को ब्लॉक के खंड विकास अधिकारी के आदेश पर हटा दिया गया था. इस बात की जानकारी होने के बाद विकास खण्ड के पूर्व ब्लॉक प्रमुख इन्द्रसेन यादव अपने भाइयों और लगभग दो दर्जन अन्य लोगों के साथ ब्लॉक परिसर पहुंचे. वहां उन्होंने फिर से उसी स्थान पर अपनी होर्डिंग लगवाने के साथ ही जमकर गाली गलौज की. इतना ही नहीं निवर्तमान ब्लॉक प्रमुख अक्षय लोधी का आरोप है कि इस दौरान इन्द्रसेन यादव और उनके साथ आए लोगों ने उनके कार्यालय में घुसकर उन्हें जान से मारने की कोशिश की. इस पर उन्होंने अंदर से दरवाजा बंदकर दूसरे कमरे में छिपकर अपनी जान बचाई. बाद निवर्तमान ब्लॉक प्रमुख अक्षय लोधी के फोन कॉल पर पहुंची पुलिस ने ब्लॉक परिसर में लगी पूर्व ब्लाक प्रमुख की होर्डिंग उतारने के साथ ही सभी लोगों को थाने लेकर आई. इस मामले में निवर्तमान ब्लॉक प्रमुख अक्षय लोधी की तहरीर पर पूर्व ब्लॉक प्रमुख इन्द्रसेन यादव, उनके भाई सुरेंद्र यादव, राजेन्द्र यादव और बलवीर यादव तथा दलवीर यादव समेत 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ थरियांव थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई है.
कुर्सी की जंग
जिले के दो राजनैतिक परिवारों के बीच के वर्चस्व की जंग रही है. हंसवा ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी पर सपा नेता इन्द्रसेन यादव के परिवार का कब्जा रहा है. पिछले ब्लॉक प्रमुख चुनाव में इस सीट पर पूर्व विधायक और भाजपा नेता आनन्द लोधी के बेटे अक्षय लोधी ने इन्द्रसेन यादव को हरा दिया था. उसके बाद से दोनों परिवारों के बीच तनातनी चली आ रही है. ब्लॉक प्रमुख का चुनाव नजदीक आने के साथ ही पुरानी चुनावी रंजिश एक बार फिर खुलकर सामने आ गई है. अगर समय रहते इस पर लगाम न लगाई गई तो अनहोनी घटने की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता.
इस विवाद पर जिले के पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने बताया कि मामले में थरियांव थाने में एफआईआर दर्ज करवाने के साथ ही पूरे मामले की विवेचना की जा रही है. जो लोग भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.