फतेहपुर : अच्छी-बुरी यादें छोड़कर 2020 बीत गया. इस साल कोरोना काल के बावजूद कुछ सरकारी विभागों ने अच्छा काम किया है. जिले के आबकारी विभाग ने 2020 में एक अप्रैल से लेकर 31 दिसंबर 2020 तक कच्ची शराब बनाने वालों और तस्करी करने वालों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया. इसमे बड़े पैमाने पर लोगों को जेल भेजे जाने के साथ ही शराब के काले कारोबार में लिप्त लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज कराए गए. साथ ही हरियाणा से लाई जाने वाली शराब भी जप्त की गई और अभियुक्तों को जेल भी भेजा गया.
कितने लोगों पर हुई कार्रवाई
एक अप्रैल 2020 से कच्ची शराब बनाने वालों के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में 435 मुक़दमे दर्ज कराए गए हैं. आबकारी अधिनियम के तहत दर्ज किए गए मुकदमों के अलावा 11397 लीटर कच्ची शराब जप्त किये जाने के साथ ही 71 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेजा गया है. बरामद शराब की मात्रा जहां 3641 लीटर, अवैध देशी मदिरा 655 लीटर तथा 7101 लीटर अवैध कच्ची शराब शामिल है. इस अवधि में एनडीपीएस एक्ट के तहत तीन मुकदमे पंजीकृत किये गए हैं तथा 11 चार पहिया वाहनों एक्साइज एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है. इस अवधि में हरियाणा से तस्करी के जरिए उत्तर प्रदेश लाई जाने वाली 350 पेटी विदेशी मदिरा भी पकड़ी गई. इस पर जिले की खागा कोतवाली में आईपीसी और आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कराया गया था.
इस बाबत जिला आबकारी अधिकारी संतोष तिवारी ने बताया कि नए वित्तीय वर्ष के शुरुवात के समय वैश्विक महामारी कोरोना का संकट चल रहा था. इसके बावजूद आबकारी विभाग ने पुलिस के साथ मिलकर जनपद की तीनों तहसीलों में कच्ची शराब बनाने वालों और तस्करी में लिप्त लोगों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया गया है. इसमें विभाग को बीते वर्ष में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई है. जिला आबकारी अधिकारी ने कहा कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और जो लोग भी शराब के अवैध कारोबार में लिप्त पाए जाएंगे. उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.