फतेहपुर: पूरे देश में वर्षा जल संरक्षण के लिए अभियान चलाया जा रहा है, जिसे लेकर शासन और प्रशासन सक्रिय है. इसके तहत गांवों में वर्षा जल संरक्षण के लिए तालाबों की खुदाई की जा रही है. वहीं जल संरक्षण अभियान का क्रियान्वयन जिस भवन से हो रहा है, वहां जल संरक्षण के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. ऐसे में फतेहपुर जिला प्रशासन के लिए जल संरक्षण अभियान महज चिराग तले अंधेरा साबित हो रहा है.
- तेजी से गिरता भू-जल स्तर वैश्विक समस्या बन गई है.
- हालात ये हैं कि लगातार सूख रहे पेड़ और अकाल से लोगों को पीने का पानी तक नहीं मिल पा रहा है.
- इन समस्याओं को देखते हुए जल संरक्षण पर सरकारें गम्भीर हुई हैं.
- इसके लिए वर्तमान समय में वर्षा जल संरक्षण के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है.
- अभियान के तहत सभी क्षेत्रों में पानी की बर्बादी पर रोक लगाने की कवायद चल रही है.
- प्रशासन गांवों में वर्षा जल संरक्षण के लिए तालाब खुदवा रहा है.
- प्रशासन सरकारी भवनों में पानी की बर्बादी और वर्षा जल संरक्षण के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा है.
- प्रारूप के अनुसार सभी बड़े सरकारी भवनों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित किया जाता है, लेकिन जनपद के किसी भी सरकारी भवन में जल संरक्षण के लिए कोई व्यवस्था नहीं है.
वर्षा जल संरक्षण के लिए सरकारी भवन में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित किया जाता है, लेकिन जिले में नहीं है. हालांकि हम लोग सर्वे करा रहे हैं. अस्पताल, विकास भवन और कलेक्ट्रेट परिसर में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित किया जाएगा.
संजीव सिंह, जिलाधिकारी