फतेहपुर: पर्यावरण की दयनीय स्थिति को देखते हुए सरकार की गंभीरता दिखती है. पर्यावरण के संरक्षण के लिए वृक्षारोपण पर सरकार जोर दे रही है, जिसके चलते हरे पेड़ों की कटाई पर प्रतिबंध लगाया गया है. वहीं कुछ पेड़ों को वन विभाग से अनुमति लेकर काट सकते हैं, लेकिन नीम, महुआ और आम जैसे फलदायक पेड़ों की कटाई पूरी तरह से प्रतिबंधित है. बावजूद इसके जिले में लकड़ी माफिया प्रतिबंध की धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे हैं.
- बहुआ और हुसैनगंज के साथ ही पूरे जिले में लकड़ी के ठेकेदार सक्रिय हैं.
- लकड़ी माफिया दिन-रात फलदार पेड़ों की खुलेआम कटाई कर रहे हैं.
- लकड़ी माफियाओं को वन विभाग के अधिकारियों का कोई डर नहीं है.
- जिले में 29 लाख 71 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
- वहीं दूसरी ओर लकड़ी माफिया प्रतिबंधित हरे फलदार पेड़ों की कटाई करने से बाज नहीं आ रहे हैं.
हमारे पास कर्मचारियों की कमी है, इसी वजह से पेड़ों की कटान की जानकारी नहीं हो पाती है. मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है. जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
-सीपीएस मलिक, प्रभागीय निदेशक, वन विभाग