फतेहपुर: जिले के तेलियानी विकास खंड में पिछले साल मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत कुल 13 जोड़ों की शादी कराई गई थी. समाज कल्याण विभाग में तैनात सहायक विकास अधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह ने लड़कियों के खाते में सरकारी सहायता राशि भेजे जाने के लिए लाभार्थियों की सूची खंड विकास अधिकारी को सौंपी. तब तेलियानी विकास खंड में तैनात बीडीओ प्रतिमा वर्मा ने इस मामले की जांच शुरू करवाई.
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लड़कियों की करवा दी गई दोबारा शादी
मामले में गड़बड़ी की आशंका पर शुरू की गई जांच में जो तथ्य निकलकर सामने आए उसे देखकर अधिकारी भी हैरान रह गए. सामूहिक विवाह योजना के तहत जिन 13 जोड़ों का विवाह संपन्न कराया गया था, उसमें 6 लड़कियों की शादी पहले ही हो चुकी थी. 2 लड़कियां ऐसी मिली जिनका पता ही गलत दर्शाया गया था. लिखे गए पते पर जब लड़कियों की खोज की गई तो इस पते पर लड़कियां नहीं पाई गईं.
जिन लड़कियों की शादी पहले धूमधाम से हो चुकी थी उनमें रामपुर पचभिटा की मनीषा, कसेरूआ की किरण, भग्गा का पुरवा की रहने वाली हेमपुष्पा, अस्ता कबीरपुर की नेहा और रेशमा, बिलंदपुर की कोमल, भदवा की जयललिता और काशिमपुर से सुशीला देवी शामिल हैं. बताया जाता है कि इन लड़कियों की शादी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तरह करवाई गई थी. इसके बाद उन्हें सरकारी लाभ दिलाए जाने के बदले उनसे सौदेबाजी की गई थी.
सहायक विकास अधिकारी का तबादला
मुख्यमंत्री के इस ड्रीम प्रोजेक्ट में घपलेबाजी के पीछे सहायक विकास अधिकारी ज्ञानेन्द्र का हाथ माना जा रहा है. ज्ञानेंद्र का तबादला तेलियानी विकास खंड से देवमयी कर दिया गया. इस मामले में जिला समाज कल्याण अधिकारी एस.के मिश्रा ने बताया कि ज्ञानेंद्र के खिलाफ कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी को लिखा गया है. जल्द ही मामले के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.