फतेहपुर: वारंट जारी होने के बाद गुरुवार को बाहुबली पूर्व सांसद कपिलमुनि करवरिया कड़ी न्यायिक सुरक्षा के बीच कोर्ट में हाजिर हुए. कोर्ट में रिमांड के बाद पूर्व सांसद को वापस नैनी जेल भेज दिया गया. इस दौरान कचहरी परिसर में छावनी की तरह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही. बाहुबली से मिलने वालों की भी अच्छी खासी भीड़ कचहरी परिसर में बनी रही.
नैनी जेल से फतेहपुर कोर्ट पहुंचे पूर्व सांसद: 1998 में तत्कालीन जिलाधिकारी कल्पना अवस्थी ने ओती खदान में अवैध मौरंग खनन होने का मामला पकड़ा था. डीएम के आदेश पर ललौली थाने में फूलपुर से पूर्व सांसद बाहुबली कपिलमुनि करवरिया समेत पांच लोगों के खिलाफ माइंस एंड मिनरल रेग्यूलेशन डेवलमेंट एक्ट में खनिज संपदा को नुकसान पहुंचाने की धारा में रिपोर्ट दर्ज की गई थी. इसी मामले में फतेहपुर में ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट कमलेश कुमार मौर्या की कोर्ट ने वारंट जारी किया था. जिस पर गुरुवार को नैनी जेल से कपिलमुनि करवरिया कड़ी न्यायिक सुरक्षा के बीच फतेहपुर कोर्ट में हाजिर हुए. कोर्ट में रिमांड के बाद उनको वापस नैनी जेल भेज दिया.
नैनी जेल में क्यों बंद है बाहुबली पूर्व सांसद: कपिल मुनि करवरिया ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कौशांबी जिला पंचायत से की थी. विधायक जवाहर पंडित हत्याकांड सनसनीखेज मामले में एके-47 से विधायक को मार डाला गया था, जिससे सनसनी मच गई थी. इस हत्याकांड में श्याम नारायण उर्फ मौला महाराज, कपिलमुनि करवारिया, उदयभान करवारिया, सूरजभान करवारिया और रामचंद्र त्रिपाठी मुख्य आरोपी बनाए गए थे. मौला महाराज की उसी साल मौत हो गई. यह चर्चित मामला लोअर कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक सालों चलता रहा. अखिरकार 4 नवंबर 2019 को अदालत ने चारों आरोपियों को दोषी मानते हुए कई धाराओं सहित क्रिमिनल लॉ एमेडमेंट ऐक्ट की धारा 7 के तहत आजीवन कैद की सजा सुनाई थी. तभी से कपिलमुनि करवरिया नैनी सेंट्रल जेल में बंद हैं.
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