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फतेहपुर: पराली जलाने वाले किसानों पर प्रशासन की सख्ती, एक लाख का लगाया जुर्माना

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में खेतों में पराली जलाने पर किसानों पर प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की है. जिले में 40 किसानों पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. दरअसल देश में बढ़ते वायु प्रदूषण के चलते प्रशासन ने पराली जलाने पर रोक लगा रखी है.

खेतों में जलती पराली.
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Published : Nov 21, 2019, 5:28 PM IST

फतेहपुर: प्रशासन के सख्त निर्देश के बावजूद किसान पराली जला रहे हैं. ऐसे में प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए किसानों पर कार्रवाई शुरू कर दी है. डीएम की सख्ती करने पर अधिकारी किसानों पर पराली जलाने को लेकर जुर्माना लगा रहे हैं. इस दौरान 40 किसानों पर पराली जलाने के चलते कुल एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है.

जानकारी देते डीएम संजीव कुमार सिंह.

पराली जलाने पर रोक लगाने को डीएम ने गठित की टीम

  • देश की राजधानी में वायु प्रदूषण के हाहाकर के बाद अब उत्तर प्रदेश में प्रदूषण देश में सबसे उच्च स्तर पर है.
  • प्रदेश के प्रमुख नगर कानपुर, लखनऊ सहित 6 जिलों देश में सबसे अधिक वायु प्रदूषित हैं.
  • परिवहन, कारखानों से निकलने वाला धुआं वायु प्रदूषण का प्रमुख कारण है.
  • किसानों के द्वारा धान की फसल के अवशेष जलाने से एकाएक वायु प्रदूषण बढ़ जा रहा है.
  • डीएम संजीव कुमार ने सभी ब्लाक में पराली जलाने पर रोक लगाने के लिए टीमें गठित की हैं.
  • गठित की गई टीम खेतों पर भ्रमण करेगी, जिससे पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण पर रोका लगाई जा सके.
  • इस टीम में कृषि अधिकारी, तहसीलदार, एसडीएम सहित राजस्व विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं.
  • गठित टीम ने भ्रमण के दौरान 40 किसानों को पराली जलाने के चलते जुर्माना लगाया है.
  • पूरे जिले में की गई कार्रवाई के दौरान किसानों पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगा है.

इसे भी पढ़ें- लखनऊ: पराली जलाने पर 53 FIR दर्ज, 58 को बनाया गया अभियुक्त

फतेहपुर: प्रशासन के सख्त निर्देश के बावजूद किसान पराली जला रहे हैं. ऐसे में प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए किसानों पर कार्रवाई शुरू कर दी है. डीएम की सख्ती करने पर अधिकारी किसानों पर पराली जलाने को लेकर जुर्माना लगा रहे हैं. इस दौरान 40 किसानों पर पराली जलाने के चलते कुल एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है.

जानकारी देते डीएम संजीव कुमार सिंह.

पराली जलाने पर रोक लगाने को डीएम ने गठित की टीम

  • देश की राजधानी में वायु प्रदूषण के हाहाकर के बाद अब उत्तर प्रदेश में प्रदूषण देश में सबसे उच्च स्तर पर है.
  • प्रदेश के प्रमुख नगर कानपुर, लखनऊ सहित 6 जिलों देश में सबसे अधिक वायु प्रदूषित हैं.
  • परिवहन, कारखानों से निकलने वाला धुआं वायु प्रदूषण का प्रमुख कारण है.
  • किसानों के द्वारा धान की फसल के अवशेष जलाने से एकाएक वायु प्रदूषण बढ़ जा रहा है.
  • डीएम संजीव कुमार ने सभी ब्लाक में पराली जलाने पर रोक लगाने के लिए टीमें गठित की हैं.
  • गठित की गई टीम खेतों पर भ्रमण करेगी, जिससे पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण पर रोका लगाई जा सके.
  • इस टीम में कृषि अधिकारी, तहसीलदार, एसडीएम सहित राजस्व विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं.
  • गठित टीम ने भ्रमण के दौरान 40 किसानों को पराली जलाने के चलते जुर्माना लगाया है.
  • पूरे जिले में की गई कार्रवाई के दौरान किसानों पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगा है.

इसे भी पढ़ें- लखनऊ: पराली जलाने पर 53 FIR दर्ज, 58 को बनाया गया अभियुक्त

Intro:फतेहपुर- प्रशासन के सख्त निर्देश के बावजूद किसान पराली जला रहें हैं। ऐसे में प्रशासन ने सक्रियता बढ़ाते हुए किसानों पर कार्यवाही करना प्रारंभ कर दिया है। डीएम की सख्ती करने पर अधिकारी खेतों की तरह दौड़ लगा दिए हैं। इस दौरान 40 किसानों पर पराली जलाने के लिए कुल एक लाख जुर्माना लगाया गया।

देश की राजधानी में वायु प्रदूषण के हाहाकर के बाद अब उत्तर प्रदेश में प्रदूषण देश मे सबसे उच्च स्तर पर है। यहां के प्रमुख नगर कानपुर लखनऊ सहित 6 जिलो देश मे सबसे अधिक वायु प्रदूषित हैं। प्रदूषण के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं जिसमें परिवहन ,कारखाने से निकले धुंए हैं लेकिन किसानों के द्वारा धान के फसल की अवशेष जलाने से एकाएक वायु प्रदूषण बढ़ जा रहा है।

Body:डीएम संजीव कुमार ने सभी ब्लाक के लोए टीम गठित किए हैं जो खेतों में भ्रमण करेगी जिससे पराली जलाने पर रोक लगाई जा सके। इस टीम में कृषि अधिकारी, तहसीलदार, एसडीएम सहित राजस्व विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं।
इस टीम ने भ्रमण के दौरान 40 किसानों को पराली जलाने के लिए जुर्माना लगाया है। पूरे जिले में कार्यवाही करते हुए एक लाख रुपए का जुर्माना किया गया हैConclusion:बाइट जिलाधिकारी संजीव कुमार सिंह

अभिषेक सिंह फतेहपुर 9121293017
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