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36 लाख पेड़ों से प्रदूषण मुक्त बनेगी फतेहपुर की धरती - फतेहपुर समाचार

फतेहपुर को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए इस साल पिछले वर्ष की तुलना में 10 लाख अधिक पौधों का रोपण होना है. इसके लिए अलग-अलग विभागों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है.

प्रदूषण मुक्त बनेगी फतेहपुर की धरती
प्रदूषण मुक्त बनेगी फतेहपुर की धरती
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Published : Mar 3, 2020, 6:54 PM IST

फतेहपुरः गंगा यमुना के दोआब में बसे जिले को प्रदूषण मुक्त बनाकर हरा भरा बनाने के लिए वृहद पौधारोपण की नर्सरी तैयार हो रही है. पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष करीब 10 लाख अधिक पौधों का रोपण होना है. वृहद पौधरोपण के लिए जिला स्तर से लेकर ग्राम स्तर तक के अलग-अलग विभागों को इसकी जिम्मेदारी सौंप दी गई है.

जानकारी देते पीएन रॉय, प्रभागीय निदेशक.

वर्ष 2019 में जिले में 25 लाख पौधों का रोपण किया गया था. इस वर्ष यह लक्ष्य बढ़ाकर 36 लाख कर दिया गया है. इसके लिए 56 लाख पौधों की नर्सरी वन विभाग द्वारा तैयार की जा रही है. इन पौधों का रोपण खाली पड़ी जमीन समेत किसानों की उपजाऊ भूमि पर निःशुल्क किया जाएगा.

इतनी बड़ी संख्या में पौधारोपण का लक्ष्य पूरा करने के लिए वन विभाग 25 लाख पौधों का रोपण करेगी. इसके अतिरिक्त 25 अन्य विभागों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है. कृषकों की मांग के आधार पर शीशम, सागौन , नींबू , अमरुद , यूकेलिप्टस, पीपल समेत बरगद के वृक्षों की प्रजातियां तैयार की जा रही है.

पीएन रॉय, प्रभागीय निदेशक, वन विभाग

फतेहपुरः गंगा यमुना के दोआब में बसे जिले को प्रदूषण मुक्त बनाकर हरा भरा बनाने के लिए वृहद पौधारोपण की नर्सरी तैयार हो रही है. पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष करीब 10 लाख अधिक पौधों का रोपण होना है. वृहद पौधरोपण के लिए जिला स्तर से लेकर ग्राम स्तर तक के अलग-अलग विभागों को इसकी जिम्मेदारी सौंप दी गई है.

जानकारी देते पीएन रॉय, प्रभागीय निदेशक.

वर्ष 2019 में जिले में 25 लाख पौधों का रोपण किया गया था. इस वर्ष यह लक्ष्य बढ़ाकर 36 लाख कर दिया गया है. इसके लिए 56 लाख पौधों की नर्सरी वन विभाग द्वारा तैयार की जा रही है. इन पौधों का रोपण खाली पड़ी जमीन समेत किसानों की उपजाऊ भूमि पर निःशुल्क किया जाएगा.

इतनी बड़ी संख्या में पौधारोपण का लक्ष्य पूरा करने के लिए वन विभाग 25 लाख पौधों का रोपण करेगी. इसके अतिरिक्त 25 अन्य विभागों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है. कृषकों की मांग के आधार पर शीशम, सागौन , नींबू , अमरुद , यूकेलिप्टस, पीपल समेत बरगद के वृक्षों की प्रजातियां तैयार की जा रही है.

पीएन रॉय, प्रभागीय निदेशक, वन विभाग

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