फर्रुखाबादः जिले में ट्रांसफार्मर चोरी के मामले थमने के नाम नहीं ले रहे हैं. शमशाबाद और हजियांपुर क्षेत्र में जनवरी से अब तक एक दर्जन से अधिक ट्रांसफार्मर चोरी हो चुके हैं. बिजली विभाग ने अलग-अलग थानों में मुकदमे भी दर्ज करवाए हैं. कई मामले में पुलिस को तहरीर भी दी गई है, जिसमें अभी तक मुकदमा भी दर्ज नहीं किया गया है. पुलिस चोरी के ट्रांसफार्मर बरामद करने में भी नाकाम साबित हुई है. शनिवार को एक गांव में चोरी के ट्रांसफार्मर और अन्य सामान से लाइन बनी पाई गई. इस मामले में भी पुलिस ने मुकदमा नहीं दर्ज किया.
क्या है पूरा मामला
विद्युत वितरण उपखंड नवाबगंज में तैनात उपखंड अधिकारी रामकुमार वर्मा ने बताया शमशाबाद क्षेत्र के सिकंदरपुर महमूद गांव में नलकूप के कनेक्शन की लाइन बनाने को लेकर परीक्षण करवाया गया. इस दौरान बिना स्वीकृति के लगभग 90 मीटर 11 केवी की लाइन पाई गई.
शिकायत के बाद भी नहीं दर्ज हुआ मुकदमा
उपखंड अधिकारी रामकुमार वर्मा ने बताया सिकंदर महमूद निवासी देवीदीन के घर के पास चोरी के सामान से तीन खंभे की लाइन और ट्रांसफार्मर भी लगा मिला था. मामले की सूचना भी पुलिस को दी गई थी. इसके बावजूद न तो पुलिस मौके पर गई, न ही तहरीर के बावजूद मुकदमा दर्ज किया.
'थाने की पुलिस नहीं करती कार्रवाई'
बिजली विभाग के अधिकारी ने शमशाबाद थाने के प्रभारी पर सुनवाई नहीं करने का आरोप लगाया. उपखंड अधिकारी रामकुमार वर्मा ने बताया जब मामले को लेकर शमशाबाद थाना प्रभारी से बात की गई, तो उन्होंने बिजली विभाग के थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने की हिदायत दी. रामकुमार वर्मा के मुताबिक, जब मामले को लेकर फतेहगढ़ बिजली विभाग थाने में बात की गई तो वहां बताया गया कि यह बिजली चोरी का प्रकरण नहीं है, बल्कि अवैध लाइन निर्माण का है. इसलिए यह मामला सिविल थाने में दर्ज होगा.
थाने में सरकारी विभाग की भी नहीं होती सुनवाई
बिजली के सामानों की चोरी को लेकर विभाग थानों के चक्कर काटने को मजबूर है. अब सोचने वाली बात यह है कि जब सरकारी विभाग की एफआईआर नहीं दर्ज होती, तो आमजन की वहां क्या सुनवाई होगी.