फर्रुखाबाद: जिले में सीएससी में एक नर्स के घर पर एसडीएम ने भारी पुलिस बल के साथ छापेमारी की थी. छापेमारी के दौरान अवैध तरीके से गर्भपात के लिए लाई गई नाबालिग किशोरी को बरामद किया गया था. इस मामले में एसडीएम ने एफआईआर के निर्देश दिए थे इसके बावजूद कार्रवाई बेअसर रही. अस्पताल में कार्यरत आरोपित महिला एएनएम को कोतवाली में पूछताछ और चिकित्सा विभाग के उच्च अधिकारियों ने बातचीत के बाद घर जाने दिया.
जानें पूरा मामला
जिले के कायमगंज नगर के सरकारी अस्पताल में लंबे समय से अवैध गर्भपात का धंधा अस्पताल अधीक्षक की नाक के नीचे खुलेआम चल रहा है. अस्पताल अधीक्षक भी इस अवैध कारोबार से वाकिफ हैं. अवैध गर्भपात के नाम पर मोटी रकम वसूली की जाती है. यह अवैध कारोबार अस्पताल में कार्यरत महिला एएनएम के घर में चल रहा था. बीते गुरुवार को भी एक किशोरी को दो युवक बाइक पर बैठाकर गर्भपात के लिए लाए थे. किसी तरह एसडीएम नरेंद्र सिंह को इसकी भनक लग हुई. उन्होंने भारी पुलिस बल के अलावा महिला पुलिस बल को साथ लेकर अस्पताल परिसर में बने एक क्वाटर पर छापेमारी की. छापेमारी में पुलिस ने किशोरी को बरामद किया है. पूछताछ में किशोरी के साथ आई उसकी मां ने सारा मामला एसडीएम और पुलिस को बताया.
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इस दौरान महिला पुलिस ने एकांत में एएनएम के बयान की वीडियो रिकॉर्डिंग की. पूछताछ में नर्स ने बताया कि उसने सिर्फ किशोरी को देखा है न उपचार किया है न दवा दी है और न ही गर्भपात किया. हालांकि एसडीएम ने वहां मौजूद पुलिस को निर्देशित किया था कि नर्स को पूछताछ के लिए कोतवाली ले जाए और किशोरी के बयान के आधार पर एफआइआर दर्ज की जाए. लेकिन कोतवाली में पूछताछ और चिकित्सा विभाग के उच्च अधिकारियों ने बातचीत के बाद नर्स को घर जाने दिया गया.
इस मामले में एसडीएम नरेंद्र सिंह ने बताया कि नर्स के आवास पर मिली किशोरी और उनके परिजन ने स्वीकार किया है कि किसी वजह से वह यहां गर्भपात कराने आए हैं. अब यहां यह जांच होनी है कि नर्स के घर पर अवैध कार्य होता है या नहीं इसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी.