फर्रुखाबाद: जिले में एसपी के निर्देशन में कोतवाली मोहम्मदाबाद के करथिया गांव की गौरी का बर्थडे मनाया गया. यह बच्ची गौरी एनकाउंटर में मारे गए सिरफिरे किडनैपर और उसकी पत्नी की बेटी है. माता-पिता की मौत के बाद से वह अनाथ हो गई थी. उसे तत्कालीन पुलिस महानिरीक्षक कानपुर मोहित अग्रवाल ने गोद लिया था. मोहित अग्रवाल बीते वर्ष भी मोहम्मदाबाद में बच्ची के बर्थडे में शामिल हुए थे. कोतवाली में हुए जन्मदिन समारोह में मोहित अग्रवाल ने खुद अपने हाथों से बच्ची को केक खिलाया. मोहित अग्रवाल लव लश्कर के साथ मोहम्मदाबाद पहुंचे थे. गौरी को जब गोद लिया गया था, तब वह सिर्फ 3 साल की थी.
जिले के करथिया गांव को 30 जनवरी 2020 तक शायद ही कोई जानता था लेकिन एक सिरफिरे किडनैपर ने 25 बच्चों को बंधक बनाकर इस गांव का ध्यान अपनी ओर खींच लिया था. 29-30 जनवरी की रात सिरफिरा किडनैपर सुभाष पुलिस मुठभेड़ में मारा गया. वहीं, मौत के कुछ घंटों पहले ही उसने जिलाधिकारी को संबोधित एक ज्ञापन भेजा था. इसमें उसने शौचालय, प्रधानमंत्री आवास योजना में घर समेत कई ऐसी मांगें रखी थीं, जो हर वंचित व्यक्ति पाने की इच्छा रखता है. करथिया गांव में कई घर ऐसे हैं, जिन्हें अब तक सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल सका है.
करथिया गांव में 29 जनवरी को शातिर सुभाष ने पत्नी रूबी के साथ मिलकर 25 बच्चों को घर में बंधक बना लिया था. करीब 11 घंटे तक चले रेस्क्यू के बाद पुलिस ने सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया था. हालांकि, पुलिस एनकाउंटर में सुभाष की मौत हो गई थी, जबकि उसकी पत्नी रूबी को आक्रोशित भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला था. इन दोनों की तीन साल की एक बच्ची गौरी थी. जो मां-बाप की मौत के बाद अनाथ हो गई थी. तत्कालीन आईजी मोहित अग्रवाल ने अनाथ गौरी को गोद ले लिया था. तब से हर साल गौरी का बर्थडे मोहम्मदाबाद कोतवाली में मनाया जाता है.
सुभाष ने जिलाधिकारी को दिया था मांग पत्र: पुलिस एनकाउंटर से पहले सुभाष ने जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह को एक मांग पत्र दिया था. इसमें सुभाष ने ग्राम प्रधान पर गंभीर आरोप लगाते हुए सरकारी कॉलोनी, शौचालय आदि न मिलने से संबंधित शिकायत की थी. अब सुभाष की मौत के बाद विकास कार्यों से कोसों दूर करथिया गांव को स्मार्ट गांव की लिस्ट में शामिल कर लिया गया है. वहीं, एक माह में यह गांव स्मार्ट गांव बनेगा. वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस गुडवर्क को अंजाम देने वाली पुलिस टीम की पीठ थपथपाने के साथ दस लाख का इनाम भी दिया था.
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