फर्रुखाबाद: जिले में चार दिन पूर्व युवक की गला दबाकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने आरोपी को चार दिन तक कोतवाली में जांच के नाम पर बैठाकर जेल भेजा. चर्चा है कि मृतक को पांच लाख की रकम के लिए मौत के घाट उतारा गया. वहीं पुलिस ने खुलासे में बताया कि 3 हजार रुपये को लेकर विवाद था. मामले में मुख्य आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है.
क्या है पूरा मामला
13 अक्टूबर को शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला रामलीला गड्डा निवासी 31 वर्षीय महेंद्र जाटव की हत्या उसके मोहल्ले के ही संदीप कोरी और सट्टा माफिया मुनीम पातीराम निवासी मोहल्ला कुम्हारन ने साथ मिलकर की थी. पुलिस ने शव गायब करने के दौरान 15 अक्टूबर को एक आरोपी पातीराम को दबोच लिया था. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी को चार दिन बाद जेल भेजा.
5 लाख के लिए हत्या
जानकारी के मुताबिक, आरोपी पातीराम मोहल्ला रामलीला गड्डा में सट्टा लगवाता था. इस दौरान महेंद्र का सट्टा का नम्बर आया, जिसमें 5 लाख की रकम मिलनी थी, लेकिन पातीराम और उसका साथी संदीप कोरी की रुपये को लेकर नीयत खराब हो गई. इसके बाद दोनों ने मिलकर बेल्ट से महेंद्र का गला दबाकर हत्या कर दी.
पुलिस के खुलासे पर सवाल
पुलिस ने आरोपी पातीराम को सोमवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया. हालांकि पुलिस के खुलासे पर सवाल उठ रहे हैं. पुलिस ने खुलासे में 3 हजार रुपये का विवाद बताया, जिसके चलते हत्या की गई. वहीं आरोपी को चार दिन कोतवाली में रखने के सवाल पर पुलिस संतोषजनक जवाब नहीं दे रही है.
पुलिस ने दी सफाई, 5 लाख का विवाद गलत
एसएसआई मो. अकरम ने बताया कि 5 लाख के विवाद की बात गलत है. आरोपी से पूछताछ की जा रही है और आरोपी पातीराम के सट्टा मुनीम होने का अभी पता नहीं चला है. मुख्य आरोपी की तलाश की जा रही है. साथ ही घटना की जांच की जा रही है.