फर्रूखाबाद : राजेपुर थाना क्षेत्र के गांव उदयपुर के लोग चीते की चहलकदमी से खौफजदा हैं. प्रधान मुख्य वन संरक्षक के मुताबिक, लगातार हो रहे मवेशियों पर हमले के बाद वन विभाग ने जब कैमरे से ट्रेस किया तो इलाके में चीते के घूमने का पता चला. शुक्रवार रात दो ट्रेस कैमरे में चीते की तस्वीर कैद हो गई. वन विभाग के अफसरों ने इलाके में डेरा डाल दिया है और ग्रामीणों को सतर्कता बरतने की सलाह दी है.
मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव यूपी सुनील पांडे ने बताया कि गांव उदयपुर की कटरी में चीते का आवागमन कन्फर्म होने के बाद वन विभाग अलर्ट मोड में आ गया है. ग्रामीण महिलाएं भी सतर्क हैं और जानवरों की निगरानी दिन-रात कर रही है. पीलीभीत टाइगर रिजर्व और दुधवा नेशनल पार्क लखीमपुर खीरी के विशेषज्ञों की टीम ने डेरा डाल दिया है.
सुनील पांडे ने बताया कि वन विभाग के अधिकारी स्थानीय किसानों को गन्ना जल्द काटने के लिए समझा रहे हैं वन विभाग ने डीएम से संपर्क कर गन्ना किसानों की पर्ची जल्द उपलब्ध कराने का आग्रह किया है ताकि खेतों से गन्ना हटाया जा सके. बताया जा रहा है कि जहां चीते के होने की आशंका जताई जा रही है, वहां खेतों में गन्ना खड़ा है.
मुख्य वन संरक्षक के अनुसार, वन विभाग के विशेष विशेषज्ञों ने गन्ने के खेतों में चार जाल बिछाए हैं. इसके अलावा लोहे का जाल भी लगाया गया है. ग्रामीणों के बीच मुखोटे वितरण किए गए हैं. ग्रामीणों को सलाह दी गई है कि खेतों की तरफ जाने के दौरान सिर के पीछे मुखौटा लगाएं, ताकि चीता हमला न कर सके.