फर्रुखाबाद: 43 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी लगातार सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. इसके बावजूद सेना को सफलता नहीं मिल पा रहा है. इसका मुख्य कारण मिट्टी धसकना बताया जा रहा है. चारों ओर से निराशा हाथ लगने के बाद परिजन अब भगवान के सामने बैठकर बच्ची (सीमा) के निकलने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं.
फर्रुखाबाद के रसीदपुर में बोरिंग में गिरी बच्ची को निकालने का काम तेजी से किया जा रहा है. वहीं अब बच्ची के बोरवेल में न दिखने के कारण परिजनों से लेकर ग्रामीण प्रार्थना और दुआ करने में जुट गए हैं. सभी की यही चाहत है कि सीमा किसी तरह जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकल जाए. परिजन घटनास्थल के पास मंदिर में लगातार 12 घंटे से बैठे भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि बेटी सकुशल बोरवेल से निकल जाए.
जवान बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. 60 फीट गहरे गड्ढे में गिरी सीमा अब करीब 36 फिट गहराई पर पहुंच गई है. उसे बचाने के 40 फीट गहरा गड्ढा पास में खोदा जा रहा है. एनडीआरएफ, एनडीआरसी के साथ सेना के जवान बचाव कार्य में जुटे हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है. पोकलैंड और जेसीबी की मदद से लगातार खुदाई की जा रही है. उसके साथ ही मौके पर चिकित्सकों की टीम निगरानी कर रही है. सांस लेने में कोई परेशानी न हो इसके लिए पाइप के जरिए ऑक्सीजन पहुंचाया जा रहा है.