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बोरवेल में गिरी बच्ची के लिए फर्रुखाबाद में दुआओं का दौर जारी - यूपी पुलिस

43 घंटे से सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. मिट्टी धसकने की वजह से सेना सफल नहीं हो पा रही है. परिजन बच्ची के सही सलामत बोरवेल से निकलने के लिए भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं. बच्ची 36 फिट गहराई पर पहुंच गई है. वहीं सांस लेने के लिए पाइप के जरिए ऑक्सीजन पहुंचाया जा रहा है.

बच्ची के लिए फर्रुखाबाद कर रहा दुआ
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Published : Apr 5, 2019, 12:37 PM IST

Updated : Apr 5, 2019, 1:37 PM IST

फर्रुखाबाद: 43 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी लगातार सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. इसके बावजूद सेना को सफलता नहीं मिल पा रहा है. इसका मुख्य कारण मिट्टी धसकना बताया जा रहा है. चारों ओर से निराशा हाथ लगने के बाद परिजन अब भगवान के सामने बैठकर बच्ची (सीमा) के निकलने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं.

बच्ची के लिए फर्रुखाबाद कर रहा दुआ

फर्रुखाबाद के रसीदपुर में बोरिंग में गिरी बच्ची को निकालने का काम तेजी से किया जा रहा है. वहीं अब बच्ची के बोरवेल में न दिखने के कारण परिजनों से लेकर ग्रामीण प्रार्थना और दुआ करने में जुट गए हैं. सभी की यही चाहत है कि सीमा किसी तरह जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकल जाए. परिजन घटनास्थल के पास मंदिर में लगातार 12 घंटे से बैठे भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि बेटी सकुशल बोरवेल से निकल जाए.

जवान बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. 60 फीट गहरे गड्ढे में गिरी सीमा अब करीब 36 फिट गहराई पर पहुंच गई है. उसे बचाने के 40 फीट गहरा गड्ढा पास में खोदा जा रहा है. एनडीआरएफ, एनडीआरसी के साथ सेना के जवान बचाव कार्य में जुटे हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है. पोकलैंड और जेसीबी की मदद से लगातार खुदाई की जा रही है. उसके साथ ही मौके पर चिकित्सकों की टीम निगरानी कर रही है. सांस लेने में कोई परेशानी न हो इसके लिए पाइप के जरिए ऑक्सीजन पहुंचाया जा रहा है.

फर्रुखाबाद: 43 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी लगातार सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. इसके बावजूद सेना को सफलता नहीं मिल पा रहा है. इसका मुख्य कारण मिट्टी धसकना बताया जा रहा है. चारों ओर से निराशा हाथ लगने के बाद परिजन अब भगवान के सामने बैठकर बच्ची (सीमा) के निकलने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं.

बच्ची के लिए फर्रुखाबाद कर रहा दुआ

फर्रुखाबाद के रसीदपुर में बोरिंग में गिरी बच्ची को निकालने का काम तेजी से किया जा रहा है. वहीं अब बच्ची के बोरवेल में न दिखने के कारण परिजनों से लेकर ग्रामीण प्रार्थना और दुआ करने में जुट गए हैं. सभी की यही चाहत है कि सीमा किसी तरह जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकल जाए. परिजन घटनास्थल के पास मंदिर में लगातार 12 घंटे से बैठे भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि बेटी सकुशल बोरवेल से निकल जाए.

जवान बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. 60 फीट गहरे गड्ढे में गिरी सीमा अब करीब 36 फिट गहराई पर पहुंच गई है. उसे बचाने के 40 फीट गहरा गड्ढा पास में खोदा जा रहा है. एनडीआरएफ, एनडीआरसी के साथ सेना के जवान बचाव कार्य में जुटे हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है. पोकलैंड और जेसीबी की मदद से लगातार खुदाई की जा रही है. उसके साथ ही मौके पर चिकित्सकों की टीम निगरानी कर रही है. सांस लेने में कोई परेशानी न हो इसके लिए पाइप के जरिए ऑक्सीजन पहुंचाया जा रहा है.

Intro:एंकर- फर्रुखाबाद में 43 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी लगातार सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन सफल नहीं हो पा रहा है. इसका मुख्य कारण मिट्टी धसकना बताया जा रहा है. चारों ओर से निराशा हाथ लगने के बाद परिजन अब भगवान के सामने बैठकर सीमा के निकलने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं.


Body:विओ- फर्रुखाबाद के रसीदपुर में बोरिंग में गिरी बच्ची को निकालने का काम बहुत तेजी से किया जा रहा है. लेकिन अब बच्ची के बोरवेल में न दिखने के कारण परिजनों से लेकर ग्रामीण प्रार्थना और दुआ करने में जुटे हुए हैं. सभी की यही चाहत है कि सीमा किसी तरह जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकल जाए.परिजन घटनास्थल के पास मंदिर में लगातार 12 घंटे से बैठे भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं की बेटी सकुशल बोरवेल से निकल जाए.


Conclusion:विओ- जवान बचाव कार्य में जुटे: 60 फ़ीट गहरे गड्ढे में गिरी सीमा करीब 36 फिट जाने पर पहुंच गई है. उसे बचाने के 40 फीट गहराई का गड्ढा पास खोदा जा रहा है. एनडीआरएफ, एनडीआरसी के साथ सेना के जवान बचाव कार्य में जुटे है. रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है. पोकलैंड व जेसीबी की मदद से लगातार खुदाई की जा रही है उसके साथ ही मौके पर चिकित्सकों की टीम निगरानी कर रही है.सांस लेने में कोई परेशानी न हो इसके लिए पाइप के जरिए ऑक्सीजन पहुंचाया जा रहा है.
बाइट- सुरेश चंद्र, चाचा
Last Updated : Apr 5, 2019, 1:37 PM IST
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