फर्रुखाबाद: सम्राट फरुखशियर के नाम पर रखे गए जनपद फर्रुखाबाद में जितनी मौतें आपदा में नहीं होती हैं, उतनी हर साल सड़क हादसों में हो जाती हैं. कारण बढ़ती आबादी और संसाधनों के सामने सड़कें संकरी साबित हो रही हैं. यही वजह है कि साल दर साल सड़क हादसों की संख्या बढ़ती जाती है. इन हादसों में न जाने कितने घरों का चिराग बुझ जाता है, तो कई लोगों को जिंदगी भर का कष्ट दे जाता है.
पिछले पांच सालों के ही आंकड़े ले लिए जाएं, तो 665 लोगों की जान सड़क हादसों में चली गई और 1130 लोगों के खून से सड़क लाल हो चुकी है. इसलिए सड़क पर चलें तो यातायात के नियमों का पूरी तरह से पालन करें. फर्रुखाबाद जिले में खराब सड़कें तो हादसों का बड़ा कारण है ही, कोहरा उसमें कोढ़ में खाज की तरह काम करता है. ठंड बढ़ते ही कोहरे छाने शूरू हो चुके हैं, ऐसे में वाहन चलाते समय बेहद सतर्क रहने की आवश्यकता है.
पुलिस द्वारा जारी किया गया आंकड़ा
हालांकि पुलिस के आंकड़ों पर गौर करें तो दर्शाए जा रहे आंकड़ों से घायलों की संख्या कहीं अधिक होगी. अधिकांश लोग घायल होने के बाद पुलिस कार्रवाई कराने के बजाय इलाज कराकर चुप बैठ जाते हैं. जगह-जगह लगे चेतावनी बोर्ड को भी वाहन चालक नजरअंदाज करते हैं. तीन-तीन सवारियां बैठाकर बाइक सवार फर्राटा भरते हैं. सेंट्रल जेल चौकी के सामने बरेली हाईवे के फुटपाथ पर खड़े दुर्घटनाग्रस्त वाहन भी गवाही दे रहे हैं.
वर्ष 2020 में हुई प्रमुख दुर्घटनाएं-
- 2 जनवरी को थाना जहानगंज क्षेत्र में छिबरामऊ हाईवे पर जनपद मैनपुरी थाना किशनी के गांव गोकुलपुर निवासी पूजा, उसके देवर राहुल व देवरानी अंजू की दुर्घटना में मौत हुई.
- 17 जनवरी को मोहम्मदाबाद थाना क्षेत्र में संकिसा मार्ग पर नगला तबलदार निवासी शिवम व उनके चाचा श्याम की दुर्घटना में मौत हो गई.
- 26 जनवरी को कम्पिल क्षेत्र में अटेना पुल के निकट बाइकों की भिड़ंत में दुदेमई निवासी दयाशंकर उनके भाई रामनरेश, गांव कटिया निवासी मुफीद व जनपद कासगंज थाना सिकंदरपुर के गांव महमदपुर निवासी अफसाना की मौत हुई.
- 30 अगस्त को कायमगंज कोतवाली क्षेत्र में बरझाला के निकट दुर्घटना में मोहल्ला बजरिया रामलाल निवासी ऋषभ वर्मा, मोहल्ला बगिया निवासी शुभांक व मोहल्ला जटवारा निवासी कनिका की मौत हो गई.
- 26 अक्टूबर को थाना राजेपुर क्षेत्र में शहर के मोहल्ला पल्ला जटवारा निवासी सुमित पांडे व उनके फुफेरे भाई विजय मिश्रा की मौत हुई.
- पांच वर्षों में बड़े वाहन से हुए हादसे-
- 85,894 दोपहिया वाहन से
- 7,312 चौपहिया वाहन से
वर्ष | दुर्घटनाएं | मृतकों की संख्या | घायलों की संख्या |
2016 | 239 | 118 | 228 |
2017 | 267 | 119 | 251 |
2018 | 232 | 154 | 229 |
2019 | 296 | 145 | 216 |
2020 (20 नवंबर तक) | 270 | 129 | 206 |
जिले में सड़क हादसों को लेकर राहगीर गोविंद शुक्ला ने बताया कि "रोड ठीक नहीं है, रोड की व्यवस्था ठीक नहीं है. फर्रुखाबाद जिले में सांसद हैं, विधायक हैं, कोई सुनने वाला नहीं. इस मामले को कोई संज्ञान में नहीं ले रहा है. तभी यहां पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं."
एक और राहगीर नरसिंह ने बताया कि "सड़कों की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. अगर सांसद, विधायक इस तरफ ध्यान देते तो रोड सुधर जाते हैं."
जनपद को घटना मुक्त बनाया जा सके इसके लिए स्कूली बच्चों के माध्यम से चालान के माध्यम से अन्य संसाधनों से जागरूकता करने का प्रयास करते हैं. जिससे दुर्घटनाएं कम हो सके.
-शांति भूषण पांडे, एआरटीओ
जो मार्ग बरसात में क्षतिग्रस्त हुए थे सरकार द्वारा धन आवंटन किया जा चुका है. कोई भी मार्ग ऐसा नहीं रह जाएगा जिसका काम मरम्मत न हुआ हो और आगे के कार्य स्वीकृत हो रहे हैं. जल्द ही सभी रोड को सही किया जा रहा है.
-आदित्य कुमार, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग