फर्रूखाबाद: उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के आह्वान पर जिला मुख्यालय में लगातार 14वें दिन भी लेखपालों की हड़ताल जारी रही. ऐसे में जिलाधिकारी ने आठ लेखपालों को निलंबित करने समेत 205 के खिलाफ सर्विस ब्रेक का नोटिस जारी किया है. इसके बावजूद भी लेखपालों ने धरना- प्रदर्शन कर पूर्ण कार्य बहिष्कार का ऐलान कर दिया है. लेखपालों की हड़ताल और कार्य बहिष्कार के चलते राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है.
आठ सूत्री मांगों को लेकर धरना
सोमवार को धरना- प्रदर्शन को संबोधित करते हुए लेखपाल संघ फर्रुखाबाद शाखा के जिला अध्यक्ष शेदमिर खां ने बताया कि सभी लेखपाल पूर्ण कार्य बहिष्कार कर सदर तहसील में अपनी 8 सूत्री मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं. एसीपी विसंगति, वेतन उच्चीकरण, प्रोन्नत काडर रिव्यू, पेंशन विसंगति, भत्ते, राजस्व लेखपाल पद नाम परिवर्तन, राजस्व उपनिरीक्षक सेवा नियमावली 2018 का प्रखयापन कराना, किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत मध्यप्रदेश राज्य की भांति 18 रुपये प्रति खाता का मानदेय लेखपालों का भुगतान किया जाए.
प्रतिनिधिमंडल की वार्ता हुई विफल
जिला अध्यक्ष शेदमिर खां ने कहा कि 13 दिसंबर को प्रांतीय पदाधिकारियों की शासन में प्रतिनिधि मंडल की वार्ता हुई थी, जो विफल साबित हुई. 15 दिसंबर को प्रदेश संगठन की बैठक में सरकार द्वारा एस्मा लगाने और आंदोलन पर रोक लगाने जैसे आदेश जारी किए गए. इसके बावजूद भी पदाधिकारियों की सर्वसम्मति से फैसला लिया गया है कि हड़ताल जारी रहेगी. उन्होंने बताया कि 26 दिसंबर तक कार्य बहिष्कार कर सभी लेखपाल जिला मुख्यालय पर एकत्र रहेंगे और सुबह 10 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक धरना देंगे, जब तक मांगें नहीं पूरी की जाती, आंदोलन जारी रहेगा. लेखपाल किसी भी कार्रवाई से डरने वाले नहीं हैं.
यह लेखपाल हुए निलंबित
लेखपाल शेदमिर खा, अजीत द्विवेदी, अवनीश शाक्य, श्याम बाबू, संजय सिंह, पवन कुमार,अजय कुमार और कृष्णकांत को निलंबित किया गया है.
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