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फर्रुखाबादः बहुचर्चित बंधक कांड के बाद स्मार्ट गांव बनेगा करथिया

उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद स्थित करथिया गांव में 29-30 जनवरी की रात एक सिरफिरे किडनैपर ने 25 बच्चों को बंधक बना लिया था. इस घटना के बाद करथिया गांव को एक माह के अंदर स्मार्ट गांव बनाने का आदेश दिया गया है.

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Published : Feb 13, 2020, 8:01 AM IST

Updated : Feb 13, 2020, 9:45 AM IST

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करथिया बनेगा स्मार्ट गांव.

फर्रुखाबाद: जिले के करथिया गांव को 30 जनवरी तक शायद ही कोई जानता था, लेकिन एक सिरफिरे किडनैपर ने 25 बच्चों को बंधक बनाकर इस गांव का ध्यान अपनी ओर खींच लिया. 29-30 जनवरी की रात सिरफिरा किडनैपर सुभाष पुलिस मुठभेड़ में मारा गया. वहीं मौत के कुछ घंटों पहले ही उसने जिलाधिकारी को संबोधित एक ज्ञापन भेजा था. इसमें उसने शौचालय, प्रधानमंत्री आवास योजना में घर समेत कई ऐसी मांगें रखी थीं, जो हर वंचित व्यक्ति पाने की इच्छा रखता है. करथिया गांव में कई घर ऐसे हैं, जिन्हें अब तक सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल सका है. हालांकि प्रशासन अब सतर्क हो गया है और करथिया को स्मार्ट गांवों की लिस्ट में शामिल कर लिया गया है.

करथिया बनेगा स्मार्ट गांव.

जानें क्या था मामला
करथिया गांव में 29 जनवरी को शातिर सुभाष ने पत्नी रूबी के साथ मिलकर 25 बच्चों को घर में बंधक बना लिया था. करीब 11 घंटे चले रेस्क्यू के बाद पुलिस ने सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया था. हालांकि पुलिस एनकाउंटर में सुभाष की मौत हो गई थी, जबकि उसकी पत्नी रूबी को आक्रोशित भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला था. सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस गुडवर्क को अंजाम देने वाली पुलिस टीम की पीठ थपथपाने के साथ दस लाख का इनाम भी दिया था.

सुभाष ने जिलाधिकारी को दिया था मांग पत्र
पुलिस एनकाउंटर से पहले सुभाष ने जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह को एक मांग पत्र दिया था, जिसमें सुभाष ने ग्राम प्रधान पर गंभीर आरोप लगाते हुए सरकारी कॉलोनी, शौचालय आदि न मिलने से संबंधित शिकायत की थी. मगर अब सुभाष की मौत के बाद विकास कार्यों से कोसों दूर करथिया गांव को स्मार्ट गांव की लिस्ट में शामिल कर लिया गया है और एक माह में यह गांव स्मार्ट गांव बनेगा.

मुख्य विकास अधिकारी ने जारी किए निर्देश
गांव करथिया में छूटे विकास कार्यों को पूरा कराने के लिए मुख्य विकास अधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने कई निर्देश जारी किए हैं. इसके तहत ग्रामीणों को आवासों व शौचालयों की सूची पढ़कर सुनाई गई. साथ ही सीडीओ ने छूटे पात्रों के नाम बढ़ाने की बात भी कही है. उन्होंने कहा कि पेयजल के लिए टंकी बनाकर पाइप लाइन से घरों में पानी पहुंचाया जाएगा. सीडीओ ने लोगों को करथिया गांव अब स्मार्ट गांव की लिस्ट में शामिल होने की जानकारी दी साथ ही एक माह के अंदर स्मार्ट गांव बनाकर सभी सरकारी सुविधाएं मिलने का भी दावा किया. इस दौरान लाभार्थियों के आवास, शौचालय, वृद्धावस्था, दिव्यांग और विधवा पेंशन के फार्म भरे गए. इसके अलावा सीडीओ ने ग्राम पंचायत अधिकारी, लेखपाल, आंगनबाड़ी और आशा बहुओं को पूरे गांव का डाटा तैयार करने के निर्देश भी दिए हैं.

सीएम ने निर्देश दिए हैं कि जो भी सरकारी योजनाएं चल रही हैं, इनसे संबंधित सभी सुविधाएं ग्रामीणों तक पहुंचाई जाएं. स्मार्ट गांव की लिस्ट में करथिया को शामिल कर लिया गया है.
- राजेंद्र पैंसिया, मुख्य विकास अधिकारी

फर्रुखाबाद: जिले के करथिया गांव को 30 जनवरी तक शायद ही कोई जानता था, लेकिन एक सिरफिरे किडनैपर ने 25 बच्चों को बंधक बनाकर इस गांव का ध्यान अपनी ओर खींच लिया. 29-30 जनवरी की रात सिरफिरा किडनैपर सुभाष पुलिस मुठभेड़ में मारा गया. वहीं मौत के कुछ घंटों पहले ही उसने जिलाधिकारी को संबोधित एक ज्ञापन भेजा था. इसमें उसने शौचालय, प्रधानमंत्री आवास योजना में घर समेत कई ऐसी मांगें रखी थीं, जो हर वंचित व्यक्ति पाने की इच्छा रखता है. करथिया गांव में कई घर ऐसे हैं, जिन्हें अब तक सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल सका है. हालांकि प्रशासन अब सतर्क हो गया है और करथिया को स्मार्ट गांवों की लिस्ट में शामिल कर लिया गया है.

करथिया बनेगा स्मार्ट गांव.

जानें क्या था मामला
करथिया गांव में 29 जनवरी को शातिर सुभाष ने पत्नी रूबी के साथ मिलकर 25 बच्चों को घर में बंधक बना लिया था. करीब 11 घंटे चले रेस्क्यू के बाद पुलिस ने सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया था. हालांकि पुलिस एनकाउंटर में सुभाष की मौत हो गई थी, जबकि उसकी पत्नी रूबी को आक्रोशित भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला था. सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस गुडवर्क को अंजाम देने वाली पुलिस टीम की पीठ थपथपाने के साथ दस लाख का इनाम भी दिया था.

सुभाष ने जिलाधिकारी को दिया था मांग पत्र
पुलिस एनकाउंटर से पहले सुभाष ने जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह को एक मांग पत्र दिया था, जिसमें सुभाष ने ग्राम प्रधान पर गंभीर आरोप लगाते हुए सरकारी कॉलोनी, शौचालय आदि न मिलने से संबंधित शिकायत की थी. मगर अब सुभाष की मौत के बाद विकास कार्यों से कोसों दूर करथिया गांव को स्मार्ट गांव की लिस्ट में शामिल कर लिया गया है और एक माह में यह गांव स्मार्ट गांव बनेगा.

मुख्य विकास अधिकारी ने जारी किए निर्देश
गांव करथिया में छूटे विकास कार्यों को पूरा कराने के लिए मुख्य विकास अधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने कई निर्देश जारी किए हैं. इसके तहत ग्रामीणों को आवासों व शौचालयों की सूची पढ़कर सुनाई गई. साथ ही सीडीओ ने छूटे पात्रों के नाम बढ़ाने की बात भी कही है. उन्होंने कहा कि पेयजल के लिए टंकी बनाकर पाइप लाइन से घरों में पानी पहुंचाया जाएगा. सीडीओ ने लोगों को करथिया गांव अब स्मार्ट गांव की लिस्ट में शामिल होने की जानकारी दी साथ ही एक माह के अंदर स्मार्ट गांव बनाकर सभी सरकारी सुविधाएं मिलने का भी दावा किया. इस दौरान लाभार्थियों के आवास, शौचालय, वृद्धावस्था, दिव्यांग और विधवा पेंशन के फार्म भरे गए. इसके अलावा सीडीओ ने ग्राम पंचायत अधिकारी, लेखपाल, आंगनबाड़ी और आशा बहुओं को पूरे गांव का डाटा तैयार करने के निर्देश भी दिए हैं.

सीएम ने निर्देश दिए हैं कि जो भी सरकारी योजनाएं चल रही हैं, इनसे संबंधित सभी सुविधाएं ग्रामीणों तक पहुंचाई जाएं. स्मार्ट गांव की लिस्ट में करथिया को शामिल कर लिया गया है.
- राजेंद्र पैंसिया, मुख्य विकास अधिकारी

Last Updated : Feb 13, 2020, 9:45 AM IST
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