ETV Bharat / state

सीएम के निर्देश हुए दरकिनार, करथिया गांव नहीं बन सका स्मार्ट

author img

By

Published : Feb 18, 2021, 12:54 PM IST

जनवरी 2020 में फर्रुखाबाद जिले के करथिया गांव में एक सिरफिरे ने 25 बच्चों को बंधक बना लिया था. इस घटना के बाद सीएम योगी ने करथिया गांव को 1 माह के अंदर स्मार्ट गांव बनाने का निर्देश दिया था और गांव के विकास की बात कही थी, लेकिन आज भी गांव की हालत जस का तस बनी हुई है.

करथिया गांव आज भी बदहाल
करथिया गांव आज भी बदहाल

फर्रुखाबादः जनवरी 2020 में करथिया गांव के एक सिरफिरे ने 25 बच्चों को बंधक बना लिया था. 29-30 जनवरी की रात सिरफिरे सुभाष को पुलिस ने मार गिराया था. मौत के कुछ घंटे पहले ही सिरफिरे ने डीएम को संबोधित एक ज्ञापन भेजा था. ज्ञापन में उसने शौचालय, प्रधानमंत्री आवास समेत कई ऐसी मांगे रखी थी, जो आमतौर पर ग्रामीण चाहते हैं. इस घटना के बाद सीएम ने निर्देश दिए कि जो भी सरकारी योजनाएं चल रही हैं, वे सारी सुविधाएं करथिया गांव तक पहुंचाई जाए और गांव को स्मार्ट बनाया जाए.

करथिया गांव नहीं बन सका स्मार्ट.

सीएम ने स्मार्ट गांव का दिया था निर्देश
सीएम के आदेश के बाद प्रशासन ने करथिया को स्मार्ट गांव की लिस्ट में तो शामिल कर लिया, लेकिन आज तक गांव में विकास नहीं पहुंचा. सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुड वर्क को अंजाम देने वाली पुलिस टीम की पीठ थपथपाने के साथ 10 लाख रुपये का इनाम भी दिया था.

सुभाष ने जिलाधिकारी को दिया था मांग पत्र
पुलिस एनकाउंटर से पहले सुभाष ने जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह को एक पत्र दिया था, जिसमें सुभाष ने ग्राम प्रधान पर गंभीर आरोप लगाते हुए सरकारी कॉलोनी और शौचालय आदि न मिलने से संबंधित शिकायत की थी. सुभाष की मौत के बाद करथिया गांव स्मार्ट गांव की लिस्ट में शामिल कर लिया गया, लेकिन 1 साल बीतने के बाद भी गांव तक विकास नहीं पहुंचा.

सीएम का वादा रहा अधूरा
25 बच्चों को जब बंधक बनाया गया था तो उसमें अंजलि भी शामिल थी. अंजलि ने साहस का परिचय देते हुए उन बच्चों को छुड़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. अंजलि ने बताया कि उसको मुख्यमंत्री ने पुरस्कृत किया था. पुरस्कार के दौरान उन्होंने दो बीघा जमीन देने और गांव में सड़क, नाली, खड़ंजा सब ठीक कराने की बात कहे थे, लेकिन आज तक गांव में कुछ नहीं हुआ.

कागज पर बना स्मार्ट गांव
ग्रामीणों ने बताया कि सीएम के आदेश के बाद भी अधिकारी इस गांव के लिए कुछ नहीं किए. गांव में आज भी हैंड पंप खराब हैं. नाली नहीं है, सड़कों पर पानी बहता है. गांव में कोई सड़क नहीं बनी, किसी को आवास नहीं मिला. गांव की हालत आज भी जस का तस बनी हुई है. सिर्फ गांव को कागज पर स्मार्ट गांव की लिस्ट में शामिल कर लिया गया है.

फर्रुखाबादः जनवरी 2020 में करथिया गांव के एक सिरफिरे ने 25 बच्चों को बंधक बना लिया था. 29-30 जनवरी की रात सिरफिरे सुभाष को पुलिस ने मार गिराया था. मौत के कुछ घंटे पहले ही सिरफिरे ने डीएम को संबोधित एक ज्ञापन भेजा था. ज्ञापन में उसने शौचालय, प्रधानमंत्री आवास समेत कई ऐसी मांगे रखी थी, जो आमतौर पर ग्रामीण चाहते हैं. इस घटना के बाद सीएम ने निर्देश दिए कि जो भी सरकारी योजनाएं चल रही हैं, वे सारी सुविधाएं करथिया गांव तक पहुंचाई जाए और गांव को स्मार्ट बनाया जाए.

करथिया गांव नहीं बन सका स्मार्ट.

सीएम ने स्मार्ट गांव का दिया था निर्देश
सीएम के आदेश के बाद प्रशासन ने करथिया को स्मार्ट गांव की लिस्ट में तो शामिल कर लिया, लेकिन आज तक गांव में विकास नहीं पहुंचा. सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुड वर्क को अंजाम देने वाली पुलिस टीम की पीठ थपथपाने के साथ 10 लाख रुपये का इनाम भी दिया था.

सुभाष ने जिलाधिकारी को दिया था मांग पत्र
पुलिस एनकाउंटर से पहले सुभाष ने जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह को एक पत्र दिया था, जिसमें सुभाष ने ग्राम प्रधान पर गंभीर आरोप लगाते हुए सरकारी कॉलोनी और शौचालय आदि न मिलने से संबंधित शिकायत की थी. सुभाष की मौत के बाद करथिया गांव स्मार्ट गांव की लिस्ट में शामिल कर लिया गया, लेकिन 1 साल बीतने के बाद भी गांव तक विकास नहीं पहुंचा.

सीएम का वादा रहा अधूरा
25 बच्चों को जब बंधक बनाया गया था तो उसमें अंजलि भी शामिल थी. अंजलि ने साहस का परिचय देते हुए उन बच्चों को छुड़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. अंजलि ने बताया कि उसको मुख्यमंत्री ने पुरस्कृत किया था. पुरस्कार के दौरान उन्होंने दो बीघा जमीन देने और गांव में सड़क, नाली, खड़ंजा सब ठीक कराने की बात कहे थे, लेकिन आज तक गांव में कुछ नहीं हुआ.

कागज पर बना स्मार्ट गांव
ग्रामीणों ने बताया कि सीएम के आदेश के बाद भी अधिकारी इस गांव के लिए कुछ नहीं किए. गांव में आज भी हैंड पंप खराब हैं. नाली नहीं है, सड़कों पर पानी बहता है. गांव में कोई सड़क नहीं बनी, किसी को आवास नहीं मिला. गांव की हालत आज भी जस का तस बनी हुई है. सिर्फ गांव को कागज पर स्मार्ट गांव की लिस्ट में शामिल कर लिया गया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.