फर्रुखाबादः उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में बीते 4 दिनों से कड़ाके की सर्दी के बीच वेतन और राज्य कर्मचारी का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर आशा कार्यकत्रियों का अनिश्चितकालीन धरना जारी है. करीब 35-40 आशा कार्यकत्री इस धरने में शामिल हैं. उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा. सीएमओ के आश्वासन के बावजूद वे काम पर लौटी नहीं हैं. उनका कहना है कि जब तक लिखित में आश्वासन नहीं मिलेगा तब तक वह आंदोलन खत्म नहीं करेंगी.
शनिवार को भी आशा कार्यकत्रियों का सीएमओ कार्यालय परिसर में धरना जारी रहा. संगठन की अध्यक्ष मिथिलेश सोलंकी ने कहा कि आशा संगिनी दबाव बनाकर कार्यकत्रियों को आने नहीं दे रही हैं. उनको धमकाया जा रहा है इसलिए जिले से कार्यकत्री धरने में नहीं पहुंच पा रहीं हैं. कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी.
उन्होंने बताया कि मोबाइल पर काम नहीं करेंगे. उन्हें राज्य कर्मचारी का दर्जा मिलना चाहिए. साथ ही वेतन भी 18 हजार प्रतिमाह किया जाए. कहा कि सीएमओ आए थे और आश्वसान दिया था कि वह उनकी बात प्रशासन तक पहुंचाएंगे. आशा कार्यकत्रियों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
वह बोलीं कि वह अनिश्चितकाल के लिए धरने पर बैठीं हैं. कहा कि हमारा वेतन 2000 रुपए प्रतिमाह के करीब जबकि एक गैंस सिलिंडर 1100 रुपए का मिलता है. ऐसे में घर खर्च कैसे चलाएं. कहा कि हमारी मांग सरकार को माननी चाहिए.उच्च अधिकारी व कर्मचारी अभी तक उनकी समस्या सुनने नहीं आए हैं. वहीं, सीएमओ अवीनेंद्र कुमार ने बताया है कि एक वेतन जो भी निर्धारित हुआ है उनको मिल चुका है. काम तो प्रभावित हो रहा है. समझाने का प्रयास भी किया है लेकिन यह लोग मानने को तैयार नहीं है. हम लोग शासन को अवगत कराएंगे.कार्यकर्ताओं की हड़ताल की वजह से स्वास्थ्य विभाग के कार्य प्रभावित होने लगे हैं. टीकाकरण, पोलियो,फाइलेरिया,खसरा नसबंदी,आयुष्मान कार्ड आदि योजनाओं के काम प्रभावित हुए हैं.
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