फर्रुखाबाद: जिले में लोन दिलाने के नाम पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाकर आत्महत्या करने वाले युवक के परिजन बैंक कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज कराने के लिए भटक रहे हैं. शुक्रवार को परिजनों ने सिटी मजिस्ट्रेट से मिलकर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है. वहीं एसपी डॉ. अनिल कुमार मिश्र का कहना है कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी.
सोशल मीडिया पर साझा किया था वीडियो
कोतवाली फर्रुखाबाद के अंतर्गत पपियापुर निवासी मनीष ने 27 नवंबर को खुदकुशी कर ली थी. युवक ने खुदकुशी करने से पहले एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किया था, जिसमें लोन पास कराने के नाम पर आर्यावर्त ग्रामीण बैंक के मैनेजर व फील्ड ऑफिसर पर रिश्वत मांगने का खुलासा किया है.
परिजनों बोले समझौते का बना रहे हैं दबाव
शुक्रवार को मृतक के भाई सनी शर्मा ने बताया कि उन लोगों के ने फर्रुखाबाद कोतवाली में बैंक कर्मियों के खिलाफ तहरीर दी है. आरोप है कि पुलिस एफआईआर दर्ज न कर समझौते का दबाव बना रही है. उन्होंने बताया कि बैंक अधिकारी फंसेंगे, इसलिए मुकदमा दर्ज नहीं किया जा रहा है.
यह था मामला
मनीष ने करीब 8 माह पूर्व दुकान के लिए प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत जिला खादी ग्राम उद्योग में 5 लाख के ऋण के लिए आवेदन किया था. इसके बाद फाइल आर्यावर्त ग्रामीण बैंक नारायणपुर शाखा भेजी गई. आरोप है कि तत्कालीन मैनेजर व फील्ड ऑफिसर एके दीक्षित लोन पास कराने के नाम पर मनीष से 50 हजार रुपये की मांग कर रहे थे. रिश्वत के पैसे न दे पाने के कारण मनीष ने बुधवार तड़के घर के पास पेड़ के सहारे फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली.
प्राथमिक स्तर पर जांच में पाया गया है कि बैंक ने लोन जारी कर दिया था. कुछ आवश्यक अमाउंट अकाउंट में नहीं था, इसलिए लोन मिल नहीं पाया था. अगर कोई आरोप है तो मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी, आवश्यकता पड़ने पर मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा.
- डॉ. अनिल कुमार मिश्र, एसपी
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