फर्रुखाबाद: यूपी के फर्रुखाबाद जिले में रिवैंप योजना के जरिए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा था. मामले में आरोपी बिजली विभाग के जेई को अधीक्षण अभियंता ने निलंबित कर दिया. इसके साथ ही अधीक्षण अभियंता ने ओटीएस में बिल कम करने के नाम पर उपभोक्ताओं से वसूली करने के मामले में लिपिक और एक अन्य कर्मचारी को भी निलंबित कर दिया है.
पांचाल घाट बिजली उप केंद्र पर तैनात अवर अभियंता जावेद खान ने रिवैंप योजना के तहत लगवाई जाने वाली एरियल बंच केवल को अन्यत्र स्थान पर लगवा दी थी. इस पर अधीक्षण अभियंता अजय कुमार ने उन्हें फटकारा था. इस कार्रवाई से बिजली विभाग के कर्मचारी व अधिकारियों में हड़कंप मचा गया. अधीक्षण अभियंता को शिकायत मिली थी कि जेई ने रिवैंप योजना के तहत नई कॉलोनियों के उपभोक्ताओं से सेटिंग कर बंच केबल डलवा दी, जो नियम विरुद्ध है.
कई उपभोक्ताओं को मानक से अधिक दूरी पर कनेक्शन भी दिए गए. इसमें बड़े स्तर पर वसूली की गई. अधीक्षण अभियंता अजय कुमार ने रिवैंप योजना में निजी लाभ के लिए नियम विरुद्ध तरीके से बिजली सामग्री का दुरुपयोग करने के मामले में प्रथमदृष्टया दोषी मानते हुए जेई जावेद अहमद को निलंबित कर दिया है. उन्हें कायमगंज डिवीजन कार्यालय से संबद्ध किया गया है.
अधीक्षण अभियंता अजय कुमार ने ग्रामीण खंड में तैनात लिपिक सुनील शाक्य को उपभोक्ता से 67000 रुपये लेने के मामले में निलंबित कर दिया है. उन्होंने जारी निलंबन आदेश में कहा कि कार्यकारी सहायक सुनील कुमार शाक्य ने उपभोक्ता से 67 हजार रुपये लेकर 20207 रुपये की रसीद दी. उपभोक्ता ने इस मामले की उनसे शिकायत की तो सुनील ने उपभोक्ता को 46000 रुपये वापस कर दिए.
यह कृत्य विभागीय हित के प्रतिकूल होने के साथ विभाग की छवि धूमिल करने वाला है. निलंबन अवधि में उसे कायमगंज डिवीजन से संबद्ध कर दिया है. इसके अलावा अधीक्षण अभियंता अजय कुमार ने कायमगंज डिवीजन में तैनात टीजी-2 अमित कुमार को निलंबित किया है. उसकी ओटीएस में बिल संशोधन के नाम पर उपभोक्ताओं से रिश्वत मांगने की लगातार शिकायतें आ रही थीं. उसके कार्यों से उपभोक्ताओं में काफी रोष था. निलंबन अवधि में अमित कुमार को ग्रामीण खंड फर्रुखाबाद से संबद्ध किया गया है. बिजली विभाग में अधीक्षण अभियंता की इस कार्रवाई से विभाग के अन्य कर्मचारियों में गहमा गहमी का माहौल है.