फर्रुखाबाद: जिले में एक न्यायिक अधिकारी के आवास पर तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. मृतक के परिजनों ने पत्नी पर हत्या का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. मामले की जानकारी होने पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा था, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है. पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है.
जानें पूरा मामला
मैनपुरी जिला के भोगांव थाना क्षेत्र के हसनपुर मल्लामई निवासी 52 वर्षीय सुधीश कुमार जाटव 10 वर्षों से फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला अंबेडकर कॉलोनी भोलेपुर स्थित ससुराल में रहते थे. यहां वह अपने साले पिंटू के पास पत्नी किरन देवी के साथ रह रहे थे. वह एक न्यायिक अधिकारी के आवास पर तैनात थे. रविवार देर रात घर पर ही सुधीश की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई.
घटना की सूचना मिलने पर हसनपुर से सुधीश के भाई अनुज, बहन रेनू, बेवी और पिता रामचंद्र मौके पर पहुंचे. अनुज की सूचना पर पुलिस ने सुधीश का शव पोस्टमार्टम हाउस भेजा और मामले की जांच शुरू की. परिजनों ने सुधीश की पत्नी किरन देवी पर ही हत्या करने का आरोप लगाकर जमकर हंगामा काटा. विवाद बढ़ने पर ससुराल और मायका पक्ष में हाथापाई भी हुई. मामले की जानकारी मिलने पर कोतवाली से पुलिस बल मौके पर पहुंचा. पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाकर-बुझाकर मामला शांत कराया.
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सुधीश को था इस्नोफीलिया
मृतक सुधीश की पत्नी किरन देवी ने बताया कि सुधीश को इस्नोफीलिया था. सातनपुर के एक चिकित्सक से इलाज चल रहा था. रविवार को दवा दिलाकर उन्हें घर लाया था. दलिया खाने के बाद वह सो गए थे. रात में उनकी हालत ज्यादा बिगड़ गई और उनकी मौत हो गई.
डॉक्टर ने दी जानकारी
वहीं मृतक सुधीश का पोस्टमार्टम करने वाले डॉ. प्रमित राजपूत ने बताया कि मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है. जांच के लिए विसरा सुरक्षित किया गया है. कोशिश की जा रही है कि जल्द ही मौत का कारण स्पष्ट हो सके.
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